गांधीग्राम, देशबन्धु. सोमवार से हिन्दी विषय के प्रश्नपत्र के साथ 5 वीं,8 वीं की वार्षिक परीक्षाएं बोर्ड पैटर्न पर प्रारंभ हुई है.शासन के शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय प्राथमिक माध्यमिक शालाओं को निकटतम शासकीय हाई , हायर सेकेंडरी शाला में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.शासन की शिक्षा विभाग की उक्त व्यवस्था से शासकीय प्राथमिक शालाओं के छात्र-छात्राएं व अभिभावको के लिए परेशानी का सबब है, वे परीक्षा के समय अपने नौनिहालों को परीक्षा दिलाने के लिए परेशान होंगे.
उपरोक्त संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड सिहोरा के संकुल केन्द्र गांधीग्राम के अंतर्गत आने वाली शासकीय प्राथमिक शाला माल्हा में दर्ज लगभग 22 छात्रों को उबड़ खाबड़, गढ्ढों से युक्त कच्चे रास्ते से लगभग दो किलोमीटर दूर पैदल चलकर वार्षिक परीक्षा देने बनाये गये परीक्षा केंद्र शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधीग्राम पहुंचे, वही शासकीय प्राथमिक शाला रामपुर जो कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 हाईवे के किनारे हैं यहाँ के बच्चों को भी हाईवे सड़क किनारे से पैदल चलकर वार्षिक परीक्षा देने परीक्षा केंद्र शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधीग्राम जाना पड़ रहा है.
एकीकृत शासकीय माध्यमिक शाला धमकी से प्राथमिक और माध्यमिक के 5 वीं, 8 वीं के छात्र छात्राओं को लगभग 2किलोमीटर दूर से पहले धूल डस्ट, गढ्ढे युक्त मार्ग से फिर राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 जबलपुर सिहोरा हाईवे फोरलेन सड़क मार्ग क्रास करके वार्षिक परीक्षा देने जाना पड़ रहा है. उक्त दोनों शालाओं मे जब.
छात्र छात्राओं को जब परीक्षा प्रवेश पत्रों का वितरण किया गया तो अभिभावक स्कूल पहुंचे बच्चों के अभिभावकों का कहना था कि इतने छोटे-छोटे बच्चों का परीक्षा केंद्र इतनी दूर बनाया जाना बिल्कुल गलत बात है.हम मजदूरी करने जाएं कि बच्चों को परीक्षा दिलवाने. प्रधान अध्यापकों का कहना है कि अभिभावकों से बता दिया गया है कि वह अपने बच्चों को उचित साधन से परीक्षा केंद्र शासकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गांधीग्राम लेकर पहुंचे.
गौरतलब है कि रामपुर और धमकी के बच्चे राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 हाइवे के गांधीग्राम धमकी बम्होरी हाइवे तिराहे के रास्ते से बच्चे परीक्षा केंद्र गांधीग्राम के लिये जा रहे हैं. यह फोरलेन गांधीग्राम धमकी चौराहा जो कि एक्सीडेंट जोन के रूप में जाना जाता है. यहां लगभग 2 दर्जन से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.
जिसमें अनेक के बच्चे हाईवे पार करते समय एक्सीडेंट होकर काल कवलित हो चुके हैं. साक्षरता रैली निकालते समय शासकीय प्राथमिक शाला रामपुर के शाला प्रभारी जयप्रकाश मेहरा की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी. बहुत से अभिभावकों का कहना है कि शासन को स्कूल में ही परीक्षा केन्द्र बनाना चाहिए, परीक्षा लेने के लिए दूसरे स्कूल से शिक्षकों को भेज देना चाहिए.