सतना, देशबन्धु। आमतौर पर सरकार का यह मानना है कि नल जल योजना के शुरू होने के बाद पेय जल को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं होती लेकिन सतना जिले रैगांव विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सिंहपुर में नल-जल योजना के बाद भी पेय जल की समस्या बनी हुई है।
करोड़ों रुपये खर्च कर के नल-जल योजना के तहत पाइप लाइन बिछाई गई, घर-घर लोगों को कनेक्शन दिये गये। इसके बाद भी लोगों को चार दिन में एक दिन ही पानी पीने का मिल रहा है। पेय जल की यह समस्या बिजली के चलते बनी हुई है। लोगों की बातों पर विश्वास किया जाए तो उनका कहना है कि यह समस्या तो वैसे पूरे वर्ष भर बनी रहती है लेकिन गर्मी में यह समस्या उफान पर रहती है। इसके पीछे का मुख्य कारण भू-जल स्तर का रसातल में पहुंचना है। जिसके चलते ज्यादातर बोर पानी की जगह हवा फेंकने लगते हैं। जिस वजह से ऐसी भीषण पेय जल की समस्या निर्मित हो जाती है।
जल स्तर 300 के पार
पेय जल व्यवस्था हेतु पी एच ई विभाग ने चार किलो मीटर दूर चकरगोहान तालाब के पास दो गहरे बोरवेल करायें गये थे। जिसमें एक बोर महीने से पानी न होने के कारण बंद पड़ा है। एक चालू तो है मगर बराबर बिजली न मिलने के कारण चल रही पाता है। जिसके चलते कृतिम जल संकट निर्मित हो जाता है।
भर नहीं पाती टंकी
बताया गया है कि बिजली सीमित मिलने के चलते पानी की टंकी ही नहीं भर पाती है। जहां तक बिजली की बात है तो बिजली 6 बजे शाम से 10 दिन तक मिलती है। इस वजह से टंकी में पानी आधा ही भर पाता है। इस वजह से सप्लाई करने में दिक्कत होती है।
कहे का जलकर शुल्क
करोडो रूपये ख़र्च कर पी एच ई विभाग बस्ती में हजारों उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिये गये । बताया गया है कि जल कर बसूली का काम महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से कराया जाता। लोगों का कहना है कि जब प्रतिदिन पानी ही हम लोगों को नहीं मिलता तो फिर कहे के लिए जलकर शुल्क समूह द्वारा वसूला जा रहा है। यह तो बहुत गलत है।
सरपंच ने लिखा पत्र
बताया गया है कि सरपंच ने बिजली विभाग से मांग कि है कि जहां पर नल-जल योजना का बोर है उस फिडर को सिंहपुर फिडर से जोडऩे की मांग की है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इतना समय बीत जाने के बाद भी अभी तक बिजली कंपनी द्वारा फिडर से नहीं जोड़ा गया है जिसके चलते अभी भी पेय जल की समस्या बनी हुई है।
बेलगहना में जली है मोटर
इसी तरह से ग्राम पंचायत बेलगहना में महीनों से मोटर जली पड़ी है। मोटर जली होने के चलते पेय जलापूर्ति ठप पड़ी हुई है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि अभी तक ग्राम पंचायत ने ध्यान नहीं दिया है। इतना ही नहीं जल सप्लाई के ऑपरेटर को आठ माह से वेतन नहीं दिया गया है। जिसके चलते लोगों में काफी आक्रोश है।
200 कनेक्शन
बताया गया है कि बेलगहना में तकरीबन 200 नल जल के कनेक्शन हैं। इतनी बड़ी आबादी होने के बाद भी महीनों से मोटर का इस तरह से जला होना सिर्फ और सिर्फ लापरवाही को दर्शाता है। लोगों ने इस संबंध में जल्द से जल्द समस्या निदान की मांग की है।