शहडोल, देशबन्धु. खेत में लगी चने की फसल को मवेशियों से बचाने के लिए एक किसान ने ऐसा खुराफाती दिमाग लगाया कि उसकी तिकड़म में फंसकर एक मजदूर की अकस्मात मौत हो गई. इस व्यक्ति ने इसके बाद मृतक को ठिकाने लगाकर यह समझ लिया था, कि वह पुलिस की नजरों से बच जाएगा. लेकिन पुलिस ने तहकीकात के बाद आखिरकार इस खुराफाती व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया. घटना जिले के ब्यौहारी थाने की है.
ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण पाण्डेय ने घटना के संबंध में बताया कि 26 फरवरी को ज्ञानेन्द्र कुमार बैस उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम साखी ने थाना में आकर सूचना दी कि ग्राम खडहुली स्थित उसके खेत मे काम करने के लिये 02 मजदूर शिवप्रसाद कोल उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम साखी और उसके रिस्ते का बाबा गेंदलाल कोल निवासी ग्राम साखी रहते थे.
25 फरवरी को रात्रि मे दोनों मजदूरों को खेत मे बने कमरे में छोडकर घर साखी चला गया था, सुबह आकर देखा तो कमरे मे गेंदलाल सोया था किन्तु शिवप्रसाद नही था. गेंदलाल से पूछने पर उसने जानकारी न होना बताया. किंतु जब वह मोटर स्टार्ट करने गैरिज में गया तो वहां शिवप्रसाद कोल मरा हुआ पड़ा था तथा उसके शरीर में कई जगह बिजली का करंट लगा था.
उसने यह भी बताया कि कमरे में करंट लगने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि मोटर का स्टार्टर 05 फीट ऊपर है. सूचना पर थाना ब्यौहारी में धारा 194 बीएनएस मार्ग कायम कर जांच में लिया गया. मर्ग की जांच के दौरान पुलिस ने मृतक शिवप्रसाद कोल के शव का पीएम सीएचसी. ब्यौहारी से कराया गया.
पुलिस ने सूचना के आधार पर आरोपी सुन्दरलाल कहार उम्र 48 वर्ष निवासी ग्राम खडहुली एवं राजकुमार कुशवाहा उम्र 43 वर्ष निवासी झिरिया टोला थाना ब्यौहारी हाल ग्राम खडहुली को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो आरोपी सुन्दर लाल कहार ने बताया कि वह अपने खेत में बोई चने की फसल को जंगली जानवरों से बचाने हेतु 11 हजार वोल्ट की बडी लाईन मे जीआई. तार से खूटी गाडकर करेंट फैलाया था. रात्रि करीबन 02 बजे उसमें फंस कर शिवप्रसाद कोल की मृत्यु हो जाने पर उसने अपने पडोंसी खेत मे काम करने वाले राजकुमार कुशवाहा को फोन कर बुलाया.
साक्ष्य छुपाने के आशय से मृतक शिवप्रसाद कोल को दोनों ने उठाकर उसके खेत के गैरिज में रखकर चले गए. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से घटना मे प्रयुक्त जीआई. तार, खूंटी तथा 02 नग मोबाईल फोन जप्त किया है. घटनाक्रम के संबंध में थाना ब्यौहारी में धारा 105, 238(बी) बी.एन.एस. कायम कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा जेल भेज दिया गया.
इस प्रकरण को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई में पुलिस अधीक्षक शहडोल रामजी श्रीवास्तव के मार्गदर्शन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीवान तथा एसडीओपी. ब्यौहारी रवि प्रकाश कोल के दिशा निर्देशन और ब्यौहारी थाना प्रभारी निरीक्षक अरूण पाण्डेय के नेतृत्व में उनि मोहन पडवार, सउनि राजेन्द्र द्विवेदी, गया प्रसाद कन्नौजे, प्रधान आरक्षक नरेन्द्र उपाध्याय, आरक्षक त्रिलोक सिंह, पुष्पेन्द्र सिंह और गंगासागर गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही.