सतना, देशबन्धु। शहर में विकास की गंगा किस तरह बह रही है, यह तो हर आम और खास की नजर में है। यहां हम एक और विकास बता रहे हैं जो बीच चौराहे पर झुका हुआ है और कभी भी धराशाही होकर लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। बात हो रही है सर्किट हाउस चौक पर लगे पोल की। इस चौक पर एक पखवाड़ा पहले ट्रक ने टक्कर मारकर सौंदर्यीकरण का नक्शा बिगाड़ दिया था। टक्कर इतनी जोरदार लगी थी कि हाईमास्क लाइट का पोल अपनी जगह छोड़कर गिर गया था। शहर के महत्वपूर्ण इस चौराहे पर यातायात प्रभावित हुआ तो आनन फानन उस पोल को नगर निगम का अमला उठाकर ले गया। लेकिन एक दूसरा पोल भी ट्रक की टक्कर से क्षतिग्रस्त होकर अपनी जगह छोड़ चुका था, जिसमें राउटर और कुछ इक्यूपमेंट लगा हुआ है। इस पोल को ना तो सीधा करने की जहमत उठाई गई और ना ही इसे वहां से हटाया गया। अब चौक से गुजरने वाले वाहन चालकों को डर बना रहता है कि किसी दिन पोल उनके ऊपर ही ना गिर जाए।
वाह रे, आला अफसर
सर्किट हाउस चौक से नगर निगम आयुक्त समेत निगम का पूरा अमला दिन में कई बार गुजरता है। कलेक्टर, एसपी की गाडिय़ां भी भ्रमण के दौरान इस प्रमुख्या स्थान से होकर जाती हैं। मंत्री, मुख्यमंत्री, महापौर, निगम अध्यक्ष, सांसद और विधायक समेत अफसरों को धौंस देने वाले तमाम नेता इसी चौक से गुजर रहे हैं, बावजूद इसके आफत बन चुके इस पोल को सीधा करने का माद्दा किसी ने नहीं जुटाया।
हंसते हैं पुलिस वाले
सर्किट हाउस चौराहे पर ड्यूटी में तैनात रहने वाले पुलिस कर्मियों से जब इस पोल को सीधा कराने के बारे में कहा गया तो वह हंसने लगे। कहते हैं, भईया ट्रक की टक्कर लगी थी। हाईमास्क पोल हटा दिया और अब यह पोल गिरने की कगार पर है। जिसकी जिम्मेदारी हो वो करे। हालांकि पुलिस अपनी जगह सही हो सकती है, लेकिन यातायात व्यवस्था के लिहाज से इस पोल को गंभीरता से लेना भी जरूरी है।
वर्जन
सर्किट हाउस चौराहे में स्मार्ट सिटी का पोल हो सकता है। मैं अवकाश से लौटकर देखता हूं और उसमें सुधार के प्रयास किए जाएंगे। ताकि वाहन चालकों को कोई असुविधा ना हो।
– संजय खरे, डीएसपी, यातायात
मैं अवकाश पर हूं। कल शहर आकर उसमें सुधार करा दूंगा।
– शेर सिंह मीणा, आयुक्त, नगर पालिक निगम