जबलपुर. जब एमबीबीएस और इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम से लेकर अध्ययन हिन्दी विषय में कराने की बात सरकार द्वारा कही जा रही हैं तभी रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय (रादुविवि) प्रबंधन उन विद्यार्थियों को भी अंग्रेजी माध्यम के पर्चे थमा रहा हैं जिन विद्यार्थियों ने हिन्दी माध्यम लेकर अध्ययन किया हैं.
मप्र छात्र संगठन (एमपीएसयू) ने यह आरोप लगाते हुए बताया कि रादुविवि से संबद्ध ग्यानायतन कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट में एमबीए का विद्यार्थी का माध्यम हिन्दी हैं. विद्यार्थी का गत दिवस प्रथम सेमेस्टर का प्रिंसिपल एंड प्रेक्टिसेस ऑफ मैनेजमेंट का पर्चा था जो उसे हिन्दी के बजाए अंग्रजी माध्यम का थमा दिया गया. पर्चे में न तो प्रश्नों का हिन्दी अनुवाद था न हीं परीक्षा कक्ष में यह पर्चा हिन्दी भाषा में उपलब्ध था. जैसे तैसे परीक्षार्थियों ने पर्चा हल किया.
यह स्थिति लगभग सभी हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों की रही. एमपीएसयू के अध्यक्ष अभिषेक पाण्डे ने आरोप लगाया कि रादुविवि प्रबंधन की लापरवाही के चलते विद्यार्थियों को इस स्थिति से गुजरना पड़ रही हैं. संगठन ने दो टूक कहा कि यदि जल्द ही हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों को हिन्दी में पर्चे न उपलब्ध कराए गए तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाऐगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी रादुविवि प्रबंधन की होगी.