नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। देश में जल्द ही एक आधुनिक और स्मार्ट पावर ट्रांसमिशन सिस्टम होगा जिसमें रीयल-टाइम निगरानी और ग्रिड के स्वचालित संचालन जैसी विशेषताएं होंगी।
इसके अलावा, बेहतर मूल्यांकन, पावर-मिक्स में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाने की क्षमता, ट्रांसमिशन क्षमता का बेहतर उपयोग और साइबर हमलों के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ अधिक मजबूती होगी।
ट्रांसमिशन क्षेत्र के आधुनिकीकरण और इसे स्मार्ट और भविष्य के लिए तैयार करने के तरीके सुझाने के लिए पावरग्रिड के अध्यक्ष के तहत सितंबर 2021 में बिजली मंत्रालय द्वारा गठित टास्क फोर्स की ये कुछ मुख्य सिफारिशें हैं।
बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह की अध्यक्षता में पिछले सप्ताह हुई बैठक के विचार-विमर्श के बाद समिति की रिपोर्ट को सरकार ने स्वीकार कर लिया।
पैनल ने केंद्रीकृत और डेटा संचालित निर्णय लेने और स्व-सुधार प्रणालियों के माध्यम से मजबूर आउटेज में कमी का भी सुझाव दिया है।
इस बीच, टास्क फोर्स की सिफारिशों पर विचार-विमर्श के दौरान, सिंह ने जोर दिया कि लोगों को 24 घंटे विश्वसनीय और सस्ती बिजली प्रदान करने और स्थिरता लक्ष्यों को पूरा करने के सरकार के ²ष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए एक आधुनिक ट्रांसमिशन ग्रिड महत्वपूर्ण है।
–आईएएनएस
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