मुंबई, 15 मार्च (आईएएनएस)। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के छत्रपति संभाजी महाराज के खिलाफ बोलने वाले बयान पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने शनिवार को इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरकार को इस पर कदम उठाना चाहिए।
सपा विधायक अबू आजमी ने कहा, ऐसे लोग जो छत्रपति शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज के खिलाफ बोल रहे हैं, जिनके वीडियो भी है। वहीं वीर सावरकर हिंदू भाईयों के बड़े नेता हैं। ऐसे में सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए। सरकार को इस पर कदम उठाना चाहिए।
वक्फ संशोधन बिल आने से मुस्लिमों से मस्जिद छीन लिए जाने वाले ओवैसी के बयान पर अबू आजमी ने कहा, “इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए। 1947 के बाद से देश में जो मंदिर है, उसे मंदिर और जो मस्जिद है, उसे मस्जिद होना चाहिए। देश में जब संविधान बन गया है, तो देश को उसी के हिसाब से चलना है। जिन्हें नए धार्मिक स्थल बनाने हैं, वो जमीन खरीदे और उस पर मंदिर या मस्जिद बनाएं। लेकिन 1991 में वर्शिप एक्ट का जो नियम है, वो लागू होना चाहिए।”
नई शिक्षा नीति के त्रिस्तरीय भाषा पर हो रहे विवाद पर सपा नेता ने कहा, “भारत एक विशाल देश है। ऐसे में एक भाषा होनी चाहिए, जो सभी को मानना चाहिए। मेरा मानना है कि वो भाषा हिंदी हो सकती है, जिसके लिए संसद में एक कमेटी भी बनी हुई है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक हिंदी को मान्यता मिलनी चाहिए।”
महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी के आरएसएस पर देश में जहर फैलाने के आरोप पर अबू आजमी ने कहा, “वो बोल सकते हैं क्योंकि वो गांधी जी के पोते हैं, लेकिन मैं मुसलमान हूं ऐसे में मुझे एक-एक शब्द बहुत सोच-समझकर बोलना होगा, जबकि मुझे करीब पांच लाख लोगों ने चुनकर भेजा है।”
–आईएएनएस
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