जबलपुर,देशबन्धु.शहर के ओला के दो प्रतिष्ठानों के साथ प्रदेश के 4 प्रतिष्ठानों पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों (आरटीओ) द्वारा छापा मारा गया। सभी प्रतिष्ठानों पर बगैर बिक्री प्रमाण पत्र (ट्रेड सर्टिफिकेट) के कारोबार का आरोप हैं। कार्रवाई प्रदेश के जबलपुर, इंदौर सहित अन्य प्रदेशों में भी की गई। विभिन्न कार्रवाईयों में ओला कंपनी की 50 से अधिक इलेक्ट्रिक गाडिय़ां जब्त की गईं।
महाराष्ट्र के बाद मप्र में कार्रवाई
टू-व्हीलर कंपनी ओला इलेक्ट्रिक के स्टोर्स पर महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश में भी ने छापामार कार्रवाई की जा रही है। इसमें ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने 14 इलेक्ट्रिक व्हीकल भी जब्त किए हैं। जबलपुर में 2 और इंदौर के 4 स्टोर्स पर हुई कार्रवाई में स्टोर्स को ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है।
पहले ही हादसों से इलेक्ट्रिक व्हीकलों की नहीं हो रही थी बिक्री
पैट्रोल, डीजल की अप्रत्याशित रूप पर बढ़ी कीमतों के चलते बीते वर्षों में इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) के प्रति बढ़ा रुझान अचानक बढ़ते हादसों के कारण शहर में फरवरी 2024 से घटता जा रहा हैं। इलेक्ट्रिक कारों में हो रही अग्नि दुर्घटनाओं के बाद खास तौर पर इलेक्ट्रिक दो पहिया वाहनों में हो रही खतरनाक अग्नि दुर्घटनाओं के बाद ईवी का नाम सुनकर भी लोगों की रूह काँप रही हैं। खास तौर पर व्हीकल ओला सहित अन्य निर्माताओं के ईवी में भी गाहे बगाहे सुनने में आ रही हैं। फरवरी 2024 में शहर में अंधमूक बायपास क्षेत्र हुए हादसे के बाद शहर में भी ईवी की बिक्री पर इसका असर देखा जा रहा हैं। ज्ञात हो कि फरवरी 2024 में ही ओला की ईवी में रहस्यमय परिस्थतियों में आग लग गई। किसी तरह चालक ने अपने आप को बचाया लेकिन धू-धू करते जलते वाहन को राख होने से नहीं बचा पाया। शहर के ईवी विक्रेताओं की मानें तो इस घटना के वाइरल होने के बाद करीब-करीब 6 हजार बुकिंग कैंसिल हुई हैं जो ईवी के लिए की गई थीं। आलम ये हैं कि ईवी की कीमतों में 20 से 25 हजार रुपए की गिरावट भी बिक्री का ग्राफ नहीं बढ़ा पा रही हैं।
यह था मामला
अंधमूक बाइपास पर ईवी के जलने का वीडियो वाइरल होने के बाद चंद मिनिटो में बात जंगल की आग की तरह पूरे शहर और फिर प्रदेश भर में फैली। दरअसल हालहीं में अंधमूक बायपास पर पर रास्ते से गुजर रही एक ओला स्कूटर में अचानक आग भभक उठी थी। तिलवाराघाट निवासी अब्दुल रहमान किसी काम से अंधमूक बाईपास गए हुए थे। इस दौरान जैसे ही वे अंधमूक बायपास के पास पहुंचे तभी उनकी ओला गाड़ी अचानक गाड़ी गर्म होने लगी। उन्होंने जैसे ही गाड़ी को रोका तो उसमें आग लग गई। आग लगती देख उन्होंने उसे बुझाने का प्रयास किया लेकिन जब तक वह पूरी तरह खाक हो चुकी थी। अब्दुल रहमान ने बताया कि वक्त रहते वे गाड़ी से उतर गए, नहीं तो वे भी हादसे का शिकार हो सकते थे।
कंपनी ने नहीं की थी कोई मदद
इस मामले में ओला गाड़ी के मालिक अब्दुल रहमान ने बताया था कि उन्होंने विगत वाहन नवंबर 2023 को ही गाड़ी खरीदी थी। जिसकी कीमत 1 लाख 76 हजार रुपए है। हादसे के पहले कई दिनों से गाड़ी हल्की-हल्की गरम हो रही थी। फिर एक यह हादसा हो गया। इस मामले की जानकारी उनके द्वारा कम्पनी को भी दी गई, परंतु वहां से कुछ भी मदद नहीं मिली।
ई रिक्शा सहित अन्य ईवी के भी यही हाल
सूत्रों की मानें तों केवल ओला ही नहीं अन्य ईवी निर्माताओं द्वारा ग्राहकों की शिकायतों को तवज्जों नहीं दी जा रही हैं। इसी तरह का एक मामला हालहीं में एक ई रिक्शा चालक का सामने आया था जिसकी बैटरी की समस्या पर कंपनी द्वारा कई दिनों तक चक्कर लगवाए लेकिन उसकी समस्या का समाधान नहीं हो सका। ईवी उपभोक्ताओं की मानें तो इलेक्ट्रिक कार से लेकर दोपहिया वाहनों एवं ई रिक्शा में भी वे आए दिन इस तरह की समस्याओं से जूझने विवश हैं लेकिन कंपनियों का वर्तमान में पूरा का पूरा ध्यान वाहनों की बिक्री पर हैं यही वजह है कि ग्राहकों की समस्याओं को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा हैं। अग्नि दुर्घटनाओं के साथ ग्राहकों की परेशानियों को देखते हुए इसका पूरा असर ईवी की बिक्री पर पड़ा है।