दमोह,देशबन्धु. दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के कई गांवों में चिकन पॉक्स (छोटी माता) का प्रकोप फैल गया है, जिससे ग्रामीणों के शरीर पर लाल फुंसियां हो रही हैं। शुरुआत में ग्रामीणों ने इसे सामान्य बीमारी समझा, लेकिन जब बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए, तो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग तक पहुंची। बुधवार को तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य विभाग की टीम तेजगढ़ सेक्टर के प्रभावित गांवों में पहुंची, जहां उन्होंने मरीजों का उपचार किया और आवश्यक दवाइयों का वितरण किया।
15 दिनों से फैल रहा संक्रमण
पिछले 15 दिनों से यह संक्रमण आधा दर्जन गांवों में फैल रहा था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। ग्रामीण इस बीमारी को देवी का प्रकोप मानते हैं और आमतौर पर इसे छोटी माता के नाम से जानते हैं। इसी वजह से उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को सूचना नहीं दी और निजी अस्पतालों में इलाज करवा रहे थे। जैसे ही मामला स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा, तुरंत कार्रवाई की गई और प्रभावित गांवों में मेडिकल टीम भेजी गई।
इन गांवों में मिले संक्रमित मरीज
तेंदूखेड़ा ब्लॉक के तेजगढ़ सेक्टर के ग्राम समदई, रेरियो, तेजगढ़, पतलोनी और मांड़नखेड़ा में बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी की चपेट में आ गए। स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिलते ही सीबीएमओ डॉक्टर आर.आर. बागरी अपनी टीम के साथ प्रभावित गांवों में पहुंचे और मरीजों को जरूरी दवाइयां और विटामिन ए की गोलियां दी।
लक्षण और सावधानियां
चिकन पॉक्स होने पर पूरे शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं और तेज बुखार हो जाता है। डॉक्टर बागरी के अनुसार, यह बीमारी एमआर (मेजर रूबेला) वैक्सीन न लगवाने के कारण होती है और अगर समय पर इलाज न किया जाए तो लकवा जैसी गंभीर समस्या भी हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि अब मरीजों की स्थिति में सुधार है और गांवों में स्वच्छता और टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। ताकि भविष्य में इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।