सतना, देशबन्धु। मां शक्ति की भक्ति के लिए सबसे उपयुक्त समय नवरात्रि को माना गया है। इस बार चैत्र नवरात्रि 30 मार्च रविवार से शुरू हो रहा है जो 6 अप्रैल तक चलेगा। नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में द्वितीया और तृतीया तिथि एक में होने के चलते द्वितीया तिथि का छय हो गया है।
जिस वजह से इस बार नवरात्रि आठ दिनों की है। बताया गया है कि आठ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व को लेकर जिले की शक्ति केन्द्रों में तैयारी पूरी कर ली गई हैं। तो वहीं मैहर जिले के अंतर्गत त्रिकूट पर्वत पर विराजी मां शारदा का दरबार भी भक्तों के लिए सज कर तैयार हो गया है। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन ने भी व्यापक पैमाने पर तैयारी करने में जुटा हुआ है।
इन केन्द्रों में जुटती है भीड़
जिले में वैसे तो कई मां शक्ति के केन्द्र हैं। सतना से मैहर के अलग होने पर त्रिकूट पर्वत पर विराजी मां शारदा मंदिर मैहर जिले में चला गया है। इसके अलावा सतना जिले में भरजुना मंदिर, अमरपाटन रोड़ में भटनवारा मंदिर, सोहावल के पास इटैला मंदिर, कोठी रोड़ में भाद के पास पास चंडी मां, मुकुंदपुर में अष्टभुटा देवी का मंदिर है। इन शक्ति केन्द्रों में काफी संख्या में भक्त जुटेंगे।
हांथी पर सवार होकर आएंगी मां
बम्हौरी निवासी पंडि़त राजकुमार पयासी ने बताया कि इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरूआत रविवार से हो रहा है और समापन भी रविवार को हो रहा है। 30 मार्च से ही हिंदू नव वर्ष का भी प्रारंभ होगा। उनका कहना है कि
जब नवरात्रि की शुरुआत और समाप्ति रविवार या सोमवार को होती है, तो माता रानी का वाहन हाथी होता है। हाथी को हिंदू धर्म में शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, हाथी पर सवार होकर माता रानी का आगमन भक्तों के लिए विशेष फलदायी होगा।
मिलेंगे आठ दिन
वैसे तो नवरात्रि में पूरे नौ दिनों तक माता रानी के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की जाती है। लेकिन एक राशि का क्षय होने के चलते मां शक्ति के जातकों को इस बार आठ दिन ही मिलेंगे। बताया गया है कि द्वितीया और तृतीया की तिथि एक साथ हाने के कारण एक दिन कम हो गया है। ऐसे में मां शक्ति के जातकों को सिर्फ और सिर्फ आठ दिन ही मिलेंगे।
इस दिन होगी इनकी पूजा
30 मार्च को मां शैलपुत्री, 31 मार्च को मां ब्रह्मचारिणी और देवी चंद्रघंटा, 1 अप्रैल को मां कूष्मांडा, 2 अप्रैल- को मां स्कंदमाता, 3 अप्रैल- को मां कात्यायनी, 4 अप्रैल को मां कालरात्रि, 5 अप्रैल मां महागौरी, 6 अप्रैल को मां सिद्धिदात्री देवी की पूजा होगी।