लाहौर, 9 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान सहित वरिष्ठ नेताओं पर पुलिस पर हमला करने और राष्ट्रीय सुरक्षा संस्थानों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्टों में यह जानकारी दी गई है।
जियो न्यूज ने बताया कि रायविंड के पुलिस उपाधीक्षक की ओर से दायर प्राथमिकी के अनुसार, कम से कम 300-400 लोगों की भीड़ ने शहर में हिंसा की और सरकारी संस्थानों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया।
प्राथमिकी में कहा गया है कि पीटीआई कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और पीटीआई के वरिष्ठ नेताओं हसन नियाजी, हम्माद अजहर, मेमुदुल रशीद, फारुख हबीब, फवाद चौधरी और एजाज चौधरी के निर्देश पर संस्थानों को गाली दी।
जियो न्यूज के अनुसार, इसमें कहा गया है कि हिंसक भीड़ ने पथराव किया और लकड़ी के डंडों से पुलिस पर हमला किया, जिसमें 13 पुलिसकर्मियों को चोटें आईं, जबकि छह पीटीआई कार्यकर्ता भी अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा भड़काई गई हिंसा के कारण घायल हो गए।
पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने लाहौर में उनके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद पंजाब के अंतरिम मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी की आलोचना की।
चौधरी ने कहा कि वह पिछले दो दिनों से इस्लामाबाद में हैं जहां वह एक याचिका तैयार करने में व्यस्त हैं जिस पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
बुधवार को, पंजाब पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और खान के समर्थकों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गए।
अपने चुनाव अभियान को शुरू करने के लिए खान की नियोजित रैली से पहले लाहौर में झड़पें हुईं, लेकिन उस पर सरकार ने सात दिनों के लिए धारा 144 लगाकर प्रतिबंध लगा दिया।
जियो न्यूज ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री पिछले साल विश्वास मत से अपदस्थ होने के बाद से ही मध्यावधि चुनाव की मांग कर रहे हैं। उनके उत्तराधिकारी शहबाज शरीफ ने इस मांग को खारिज कर दिया है और कहा है कि इस साल के अंत में चुनाव निर्धारित समय पर होंगे।
–आईएएनएस
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