गोटेगांव,देशबन्धु. प्रदीप शर्मा मुख्य नगर पालिका अधिकारी दमोह के निवास पर जाकर एक स्थानीय ठेकेदार विवेक अग्रवाल और अन्य के द्वारा अधिकारी के मुंह पर काली स्याही लगाने का दुष्कृत्य किया गया।इस कृत्य के अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं करते हुए मामले को दबाने के लिए एक जांच कमेटी का गठन कर इस शर्मनाक घटना पर पर्दा डालने का कार्य किया जा रहा है।जिससे अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं।इस घटना से सभी अधिकारियों,कर्मचारियों में तीव्र रोष एवं असंतोष व्याप्त हैं।उक्त घटना के विरोध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी कल्याण संघ तथा नगरीय निकाय के अधिकारी व कर्मचारियों के संयुक्त तत्वावधान में ज्ञापन आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं नगरीय विकास को आज 4 अप्रैल 2025 को सौंपा गया है।
उक्त ज्ञापन के संबंध में संघ के अध्यक्ष नीलेश दुबे द्वारा अवगत कराया गया है कि उक्त घटना से न केवल श्री शर्मा वरन विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की न केवल प्रतिष्ठा खराब हुई है बल्कि सभी के मनोबल का ह्रास भी हुआ है।इसके पहले भी ऐसी कई घटनाओं पर भी शासन द्वारा अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से दुर्व्यवहार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।नगरीय निकाय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के तौर पर कार्य करते हुए किसी अनियमितता को रोकने के हर प्रयास की परिणति इस तरह की दुर्व्यवहार की घटनाओं के रूप में होती है।
जिसका सामना मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को आए दिन निकायों में करना पड़ता है।यदि अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होती है तो इस तरह की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जाएंगी जिससे अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल कमजोर होगा।प्रदेश के विभिन्न निकायों में विभागीय कंपनी एम पी यू डी सी द्वारा जल प्रदाय एवं सीवरेज के कार्य किए जा रहे हैं।समाधान ऑनलाइन दिनांक 28 मार्च में मऊगंज के प्रकरण में एम पी यू डी सी की गलती की सजा विभाग द्वारा यहां के मुख्य नगर पालिका अधिकारी और उपयंत्री को निलंबित करके दी गई।जबकि शिकायत का निवारण पाइप लाइन डालकर किया गया। जो कि शिकायत के प्रचलित रहने के दौरान पहले भी किया जा सकता था।
इस प्रकार किसी भी त्रुटि के लिए निकाय के मुख्य नगरपालिका अधिकारी और कर्मचारियों को जिम्मेदार ठहराया जाकर विभाग द्वारा कार्यवाही करना न्यायोचित नहीं है।फील्ड में जिस तरह की कठिन और चुनौती पूर्ण कार्यकारी परिस्थितियां विद्यमान हैं ऐसे समय में निकायों में पदस्थ अधिकारी एवं कर्मचारियों को विभाग के प्रश्रय की आवश्यकता है।किन्तु विभाग का रवैया बहुत विपरीत एवं असहयोगी होता है।जिससे विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों में निराशा और हताशा है।
संघ इस ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध करता है कि दमोह की घटना के अपराधियों के विरुद्ध ऑन ड्यूटी शासकीय सेवक पर हमला करने,दुर्व्यवहार करने और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के अपराध की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस दमोह को शासन के निर्देश जारी करने की कृपा करेंगे।साथ ही मऊगंज की घटना पर भी संज्ञान लेते हुए प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
एक शासकीय अधिकारी के साथ हुई इस दुर्व्यवहार की घटना पर जिला प्रशासन दमोह द्वारा संघन नहीं लेने व अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं करने से पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों के अधिकारियों और कर्मचारियों में तीव्र रोष है।यदि दमोह के जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा अपराधियों पर कार्यवाही नहीं की जाती है तो प्रदेश के सभी नगरीय निकायों के अधिकारी और कर्मचारी काम बंद आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।उक्त जानकारी नगरपालिका अधिकारी कर्मचारी संघ द्वारा प्रदान की गई है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT