जबलपुर. नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के समीपस्थ क्षेत्र की एक राशन दुकान अरसे से गेहूं, चांवल और शक्कर सहित राशन दुकान के अन्य सामान की कालाबाजारी का खेल चल रहा था. क्षेत्रीय जनों ने यह सोचकर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग में शिकायत दी कि मामले में कार्रवाई कर राशन दुकानदार के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
क्षेत्रीयजनों की मंशानुरुप खाद्य विभाग के दो होनहार अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई तो कि लेकिन मामला इस तरह घोल कर पी गए कि कार्रवाई के करीब एक माह बाद भी डकार तक नहीं ले रहेे हैं. क्षेत्रीय जनों ने आरोप लगाया हैं कि विभाग के दो अफसरों ने मौके पर पहुंच कर कार्रवाई की 40 क्विंटल गेहूं और 10 क्विंटल शक्कर जब्त भी की और प्रकरण भी बनाया लेकिन फिर न जाने क्या हुआ कि न प्रकरण बना न कोई कार्रवाई हुई और दोनों फुड अफसर मौके से मुस्कुराते हुए रवाना हो गए. क्षेत्रीयजनों का आरोप हैं कि मामले में शिकायत उन्होंने फूड कंट्रोलर तक पहुंचाया.
जिन्होंने मामले की जांच भी कराई लेकिन मौके पर पहुंचे खाद्य अधिकारियिों की तरह इस मामले की जांच को भी लेकिन उन्होंने शिकायत पर ध्यान ही नहीं दिया जिसके चलते उन्हें संदेह हैं कि मामले के रफा-दफा किए जाने में उनकी भी कथित तौर पर संलिप्तता हैं जिसके चलते अब तक कार्रवाई नहीं हो पाई हैं. क्षेत्रीय जनों ने अब इस मामले में कलेक्टर से शिकायत करने का मन बनाया हैं.
यह है मामला
मेडिकल क्षेत्र की एक राशन दुकान क्रमांक 3316344 हंसवाहिनी महिला सहकारी उपभोक्ता भंडार में करीब एक माह पूर्व 11 मार्च को क्षेत्र की प्रभारी अधिकारी कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी (जेएसओ) भावना तिवारी अपने साथ एक अन्य जेएसओ कुंजन सिंह को लेकर पहुंची. सूत्रों के अनुसार राशन दुकान में कालाबाजारी कर रखा गया 40 क्विंटल गेहूं एवं 10 क्विंटल शक्कर जब्त की गई.
प्रकरण भी बनाया गया लेकिन बाद में कथित तौर पर राशन दुकानदार द्वारा कुछ लेन देने किया गया और फूड अफसरों ने मामला रफा-दफा करते हुए राशन दुकानदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. यही स्थिति खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति कार्यालय की रही. क्षेत्रीय जनों का आरोप हैं कि खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक को उन्होंने शिकायत दी जिन्होंने जांच तो कराई लेकिन कथित तौर पर जांच रिपोर्ट को रफा दफा कर दिया. क्षेत्रीय जनों ने यह आरोप लगाते हुए अब इस मामले में सीधे कलेक्टर से उच्च स्तरीय जांच की मांग के संदर्भ में शिकायत देने की बात कही हैं.
कार्रवाई से अनभिज्ञता जता रहे फूड अफसर
इस मामले में जब जेएसओ भावना तिवारी से चर्चा की गई तो वे पहले दुकान के विषय में और फिर जानकारी किस तरह मिली इस विषय में पूछताछ करती रहीं बाद में उन्होंने इस विषय में कार्यालय आकर चर्चा करने की बात कही.