जबलपुर. जो व्यक्ति हिन्दू राष्ट्र बनाने चला था अब वही हिन्दू गाँव बना रहा हैं, यह तो वही बात हुई कि बनाने चले थे हाथी और अब बना रहे हैं चूहा. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अपने जबलपुर प्रवास के दौरान बागेश्वरधाम धीरेंद्र शास्त्री पर कटाक्ष करते हुए यह बात कही. शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद विशेषकर हिंदू राष्ट्र की जगह हिंदू गांव बना रहे हैं.
यह परिवर्तन क्यों आया क्या प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद ही यह बदलाव हुआ है. क्या वही इसका कारण है जैसा कि हम अनुमान लगा पा रहे हैं या इसके पीछे कोई और कारण है. जिस गांव में आप रहते हैं, जहां आपके बाबा बागेश्वर विराजमान हैं. जिसे बागेश्वर धाम कहा जाता है, क्या वह हिंदू गांव नहीं है. यदि वह गांव हिंदू गांव है तो फिर आपको नया हिंदू गांव बनाने की जरूरत क्यों पड़ी और अगर नहीं है तो किस आधार पर आप उसे हिंदू गांव मानने से इनकार कर रहे हैं. उसे हिंदू गांव न कह कर आपके द्वारा बनाई जा रही कॉलोनी को हिंदू गांव कह रहे हैं.
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में गोहत्या को छूट दी
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वारानंद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में गोहत्या के लिए 10 साल की सजा थी लेकिन अब भाजपा सरकार ने वहां पर कानून रद्द कर दिया. आजादी के बाद गोहत्या रोकना तो दूर भाजपा ने अपने कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर में गोहत्या की छूट दी. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में हम कैसे कहें कि गोरक्षा इनके द्वारा या किसी और के द्वारा होगी.
हम केवल गद्दी पर बैठने के लिए शंकराचार्य नहीं है
उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम केवल गद्दी पर बैठने के लिए शंकराचार्य नहीं हैं. हम अपने सनातन धर्मियों के लिए, उनकी भावनाओं के अनुरूप, जो भी हमारे प्रतीक हैं, उनके महिमा व गरिमा की रक्षा के लिए हैं. इसके लिए चाहे जो भी करना पड़े लडऩा पड़े, भिडऩा पड़े, मार खानी पड़ेगी या मारना पड़ेगा वह सब करने के लिए हम तैयार हैं.