मॉस्को, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। रूसी विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया, “बातचीत का फोकस यूक्रेन संकट पर था। दोनों विदेश मंत्रियों ने दीर्घकालिक स्थायी शांति के लिए वार्ता शुरू करने के लिए जरुरी परिस्थितियों को मजबूत करने के महत्व पर जोर दिया।”
इसमें कहा गया, “दोनों पक्षों ने रूस-अमेरिका राजनीतिक वार्ता के प्रमुख पहलुओं पर विचारों का सार्थक आदान-प्रदान जारी रखा, जो हाल में काफी तेज हो गया है।”
इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन बिना किसी पूर्व शर्त के यूक्रेन के साथ वार्ता फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ के बीच 25 अप्रैल को हुई मुलाकात इस साल की चौथी मुलाकात थी। पुतिन के सहायक यूरी उशाकोव के अनुसार, तीन घंटे तक चली यह बातचीत ‘रचनात्मक और काफी उपयोगी’ रही।
इससे पहले रविवार को अमेरिकी मीडिया सीबीएस न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में लावरोव ने कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन संघर्ष के समाधान को लेकर वाशिंगटन के प्रस्तावों के प्रति अपने गंभीर दृष्टिकोण को बार-बार जाहिर किया। हालांकि कीव सिर्फ यह भ्रम फैला रहा है कि उसकी भी इसमें रुचि है।
रूसी विदेश मंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, “यदि आप मानते हैं कि केवल यूक्रेन ही विश्वास निर्माण में रुचि रखता है, तो मेरा संक्षिप्त उत्तर यह है कि यह एक भ्रम है।”
शीर्ष रूसी राजनयिक ने कहा कि रूस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस प्रस्ताव का समर्थन किया था जिसमें ऊर्जा ढांचे को 30 दिन तक निशाना न बनाने की बात कही गई थी। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस संबंध में आदेश भी जारी किया था।
उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति पुतिन ने कई बार यह बात कही है कि हम कभी भी जानबूझकर नागरिक स्थलों को निशाना नहीं बनाते, जैसा कि जेलेंस्की शासन में होता है।”
–आईएएनएस
एमके/