पूर्णिया, 5 मई (आईएएनएस)। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बिहार के पूर्णिया के जलालगढ़ स्थित हाई स्कूल मैदान में सोमवार को एक जनसभा का आयोजन किया गया। इस सभा में क्षेत्र के मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए और वक्फ कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
इस जनसभा का नेतृत्व श्रीनगर प्रखंड के प्रमुख मोहम्मद शाहनवाज आलम ने किया। उन्होंने कहा कि वक्फ कानून में संशोधन सरासर गलत है। सरकार मुसलमानों से उनका हक छीनने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार के इस कानून के विरोध में हम अपने हक की लड़ाई सड़क से लेकर सदन और न्यायालय तक लड़ रहे हैं। वक्फ संपत्तियों पर मुस्लिम समाज का संवैधानिक अधिकार है।”
उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया, “सरकार मुसलमानों की पुरानी जमीन पर कब्जा करना चाहती है और इसका विरोध देश भर में अल्पसंख्यकों द्वारा किया जा रहा है। इस बिल के जरिए सरकार संविधान के सिद्धांतों को खत्म कर रही है।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यह कानून वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन राष्ट्रव्यापी रूप ले सकता है। यह सिर्फ वक्फ संपत्ति का मसला नहीं है, इससे आगे केंद्र सरकार धीरे-धीरे हर धर्म की स्वायत्तता को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसका विरोध किया जाना चाहिए।
उन्होंने लोगों से इसे लेकर समाज को सजग रहने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि सरकार के इस नए कानून के खिलाफ अभी आंदोलन की शुरुआत हुई है, अगर इस बिल को वापस नहीं लिया गया तो यह आने वाले दिनों में एक बड़े आंदोलन का रूप लेगा।
उन्होंने केंद्र सरकार और बिहार सरकार से मांग की है कि मुसलमानों के खिलाफ इस कानून को वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों के बाद आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन, सरकार अल्पसंख्यकों और पिछड़ों को प्रताड़ित करने में पीछे नहीं है। आज हिंदू भी हमारे साथ खड़े हैं।
–आईएएनएस
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