नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आगामी दिवाली त्योहार से पहले आम लोगों के लिए खुशखबरी का संकेत देते हुए रेपो रेट में 0.75 प्रतिशत तक की कमी कर सकते हैं. इससे गृह ऋण, ऑटो लोन और अन्य व्यक्तिगत ऋण की EMI की बोझ हल्की हो जाएगी और आम जनता को वित्तीय राहत मिल सकती है.
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है. जब यह दर घटती है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ते में लोन देते हैं. इसका असर आपकी जेब पर पड़ता है – EMI कम हो जाती है, खर्च करने की क्षमता बढ़ती है.
SBI सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट सनी अग्रवाल ने बताया कि महंगाई काबू में है, मानसून सामान्य रहने के आसार हैं और GDP ग्रोथ स्थिर है – ये सभी कारक RBI को दरों में कटौती का मौका दे रहे हैं. वहीं, Nomura ने अनुमान जताया है कि 2025 के अंत तक रेपो रेट 5% तक आ सकता है – यानी 1% तक की कटौती की संभावना बन रही है.
वित्त वर्ष 2025-26 में RBI की कुल 6 मौद्रिक नीति बैठकें होंगी. MPC में 6 सदस्य होते हैं, जिनमें से 3 RBI से और 3 सरकार द्वारा नियुक्त होते हैं. हर दो महीने में यह बैठक होती है, और हर बार उम्मीद रहती है कि आर्थिक हालात के अनुसार आम जनता को राहत मिलेगी.
अगर RBI ने अगले कुछ महीनों में रेपो रेट में कुल 0.75% की कटौती कर दी, तो यह आम आदमी से लेकर बिजनेस सेक्टर तक के लिए बड़ी राहत साबित हो सकती है. दिवाली से पहले घर लेना, गाड़ी खरीदना या नया बिजनेस शुरू करना हो – सब हो सकता है आसान और सस्ता.