जबलपुर. जबलपुर राशन दुकानों से वितरण के लिए जबलपुर से टीकमगढ़ भेजे गए 26 हजार क्विंटल चावल में से 50 प्रतिशत बोरियों में मिलर्स के टैग नहीं लगाए गए है। इसमें टूटन, डिस्कलर के साथ ही चपड़ी और बड़ी मात्रा में गुच्छेयुक्त चावल है।
गडबड़ी सामने आने पर मप्र सिविल सप्लाई कारपोरेशन मिलर्स में भरपाई करेगा।टीकमगढ़ से चावल जबलपुर वापस मंगाया जा रहा है।
चावल की गुणवत्ता की जांच करने वाली एजेंसी को भी नोटिस भेजा गया हैं।
रेलवे रैक से भेजा था
मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत रेलवे रैंक के माध्यस से जबलपुर से 26 हजार क्विंटल चावल टीकमगढ़ भेजा था। वहां जांच में पता चला कि कई बोरियां फटी थीं।
मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कारपोरेशन ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत रेलवे रैंक के माध्यस से जबलपुर से 26 हजार क्विंटल चावल टीकमगढ़ भेजा था। वहां जांच में पता चला कि कई बोरियां फटी थीं।
उनमें चावल भी कम था। चावल की गुणवत्ता राशन दुकानों से वितरण के लायक नहीं थी।
मिलर्स से वसूला जाएगा अपग्रेड का खर्च
इस सम्बंध में टीकमगढ़ के नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक ने मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कारणोरेशन के महापबंधक (गुणवत्ता नियंत्रण) को पत्र लिखा है।
मिलर्स से वसूला जाएगा अपग्रेड का खर्च
इस सम्बंध में टीकमगढ़ के नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक ने मध्यप्रदेश सिविल सप्लाई कारणोरेशन के महापबंधक (गुणवत्ता नियंत्रण) को पत्र लिखा है।
इसमें उन शाखा प्रबंधकों की रिपोर्ट भी संलग्न हैं, जिन छह प्रदाय कैंचों के लिए चावल भेजा गया था।
दो साल पुराना है चावल
जिले के गोदामों में मिलर्स ने जो चावल रखा था, वह दो साल पुराना (वर्ष 2023-24 का) है। पूर्व प्रबंधक दिलीप किरार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
दो साल पुराना है चावल
जिले के गोदामों में मिलर्स ने जो चावल रखा था, वह दो साल पुराना (वर्ष 2023-24 का) है। पूर्व प्रबंधक दिलीप किरार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
दिलीप के इसका पंचनामा भी बनाया गया है। इधर, जबलपुर जिला प्रबंधक को भी एक पत्र मुख्यालय से भेजा गया है। उसमें चावल को अपग्रेड करने के लिए कहा गया है। इस पर आने वाला खर्च शासन मिलर्स से वसूलेगा।
चावल की घटी की भरपाई भी उनकी सुरक्षा निधि से होगी।
भेजा गया नोटिस
जबलपुर की आपूर्ति अधिकारी नुजहत बानो बकई का कहना है कि चावल की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलर्स और वेयर हाउसिंग कारपोरेशन की है।
जबलपुर की आपूर्ति अधिकारी नुजहत बानो बकई का कहना है कि चावल की सुरक्षा की जिम्मेदारी मिलर्स और वेयर हाउसिंग कारपोरेशन की है।
इस संबंध में मुख्यालय से पत्र आया है। यदि गुणवत्ताहीन खाद्यान्न की सप्लाई की गई है तो सप्लायर को उसे ठीक कर पुन: जमा करना होगा। इसकी भरपाई मिलर्स को करनी होगी।
चावल की गुणवत्ता की जांच करने वाली एजेंसी को नोटिस भेजा जा रहा है।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT