बीजिंग, 21 मई (आईएएनएस)। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन ने पिछले कुछ दशकों में तेज़ी से विकास किया है। इस दौरान चीन में न केवल आधारभूत ढांचे में जबरदस्त परिवर्तन आया है, बल्कि लोगों के जीवन में भी व्यापक बदलाव आया है।
चीनी नागरिकों की जीवन प्रत्याशा से लेकर उनके स्वास्थ्य के स्तर में सुधार देखा गया है। जाहिर है कि चीन सरकार देश को समग्र रूप से खुशहाल राष्ट्र बनाने की दिशा में अग्रसर है। इसमें जन स्वास्थ्य बहुत अहम भूमिका निभाता है। यही वजह है कि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आम लोगों तक हो, इस पर केंद्र सरकार काफी ध्यान दे रही है। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से स्पष्ट है कि देश में नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए गंभीरता से काम किया जा रहा है।
बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग बार-बार देशवासियों के अच्छे स्वास्थ्य व स्वास्थ्य व्यवस्था पर जोर देते हैं, क्योंकि चीनी नेता इस बात को समझते हैं कि जिस देश के लोगों का स्वास्थ्य अच्छा होता है, वह देश तरक्की की राह पर तेजी से बढ़ता है। इस बीच चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने 12 केंद्रीय और प्रांतीय स्तर के विभागों के साथ मिलकर शहरीकरण और जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के अनुकूल प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा संसाधनों के आवंटन को अनुकूलित करने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
इसका उद्देश्य घर के नजदीक सुरक्षित और प्रभावी प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा तक बेहतर पहुंच प्रदान करना बताया जाता है। इसमें तीन चरणों में लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत वर्ष 2027 तक लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाने के साथ ही बुनियादी ढांचे की स्थिति में सुधार करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया है। इससे पता चलता है कि अगले दो सालों में चीन में इस दिशा में काफी काम किया जाने वाला है। इतना ही नहीं साल 2030 तक स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को ज्यादा संतुलित और उचित तरीके से स्थित होना चाहिए, ताकि वे सही ढंग से टेलीमेडिसिन और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकें।
हालिया दिशानिर्देशों के मुताबिक, 2035 तक देश के शहरीकरण और ग्रामीण जीवन-यापन प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण और गुणवत्ता में और सुधार किए जाने की जरूरत है।
ध्यान रहे कि चीन में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुख्य रूप से टाउनशिप, उप-जिलों, गांवों और आवासीय समुदायों में स्थित सामुदायिक चिकित्सा केंद्रों द्वारा प्रदान की जाती हैं। इससे देश के कोने-कोने में रहने वाले लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
चीन में हाल के दशकों में शहरीकरण तेजी से बढ़ा है, ऐसे में स्वास्थ्य ढांचे में भी बदलाव की आवश्यकता महसूस की जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के मुताबिक, देश में शहरीकरण की रफ्तार बढ़ रही है, इसके कारण शहरी इलाकों में स्वास्थ्य सेवा संस्थानों की संख्या में इजाफा हुआ है। हालांकि, ग्रामीण इलाकों में संस्थानों की संख्या में कमी देखी गई है। इसकी एक वजह यह भी है कि ग्रामीण इलाकों में आबादी कम हुई और वहां ज्यादातर बुजुर्ग रहते हैं। जबकि, शहरी क्षेत्रों में तेजी से आबादी बढ़ने के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव बढ़ रहा है।
दिशानिर्देश के अनुसार, प्रत्येक टाउनशिप को एक स्वास्थ्य केंद्र संचालित करना होगा। वहीं, हर गांव में एक चिकित्सा क्लीनिक की जरूरत है। साथ ही कहा गया है कि कम आबादी वाले या छोटे क्षेत्र को कवर करने वाले गांव पड़ोसी गांवों के साथ एक संयुक्त क्लीनिक स्थापित कर सकते हैं।
हमने देखा है कि हाल के वर्षों में चीन में समय-समय पर जन स्वास्थ्य संबंधी योजनाएं चलाई जाती रही हैं, क्योंकि बड़ी आबादी वाला देश होने के चलते हर एक व्यक्ति तक हेल्थ केयर सुविधा की पहुंच होना आसान कार्य नहीं है। बावजूद इसके चीन की संबंधित एजेंसियां काफी सक्रिय हैं और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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