जबलपुर. शहर में जल्द बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया हैं। एक तरफ भीषण गर्मी और उमस से त्रस्त लोग बारिश के इंतजार में हैं तो दूसरी तरफ मौसम में हालहीं में आए परिवर्तन के बाद अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा हैं।
शहर के साथ ही अन्य जिलों में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर जारी रहने की भी संभावना व्यक्त की गई हैं। नर्मदापुरम सहित प्रदेश के 18 जिलों में 60 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी चलने के आसार है।
वहीं पूरे प्रदेश में कहीं बादल तो कहीं तेज आंधी व बारिश होगी। मौसम विशेषज्ञों की माने तो प्रदेश मेंं अप्रैल के आखिरी सप्ताह से ही आंधी-बारिश का दौर शुरू हो गया था, जो अभी भी जारी है। प्रदेश के किसी न किसी जिले में बारिश हुई है, आंधी चली है।
अगले 3 तीन तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना जताई गई है। इसकी वजह शहर के साथ प्रदेश में आंधी व बारिश के सिस्टम सक्रिय होने को बताया जा रहा है, जिसके चलते मौसम बदला हुआ है। मौसम विभाग ने बुधवार को भी प्रदेश के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश का अलर्ट
ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, श्योपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, आगर-मालवा, शाजापुर, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा में तेज आंधी चलने का अलर्ट जारी किया गया है।
इसी तरह जबलपुर, दमोह, मंडला, बालाघाट, सिवनी, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, सागर, इंदौर, उज्जैन, निवाड़ी, भोपाल, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, सिंगरौली, पन्ना, विदिशा, रायसेन, सीहोर, देवास, धार, झाबुआ, रतलाम, मंदसौर, गुना, राजगढ़, सतना, मैहर, मऊगंज, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी व नीमच में बारिश होने की संभावना है. प्रदेश के कुछ जिलों में रिमझिम बारिश का दौर रहा, जिसके चलते भोपाल में दिन का तापमान 33.04 डिग्री, इंदौर 31.3 डिग्री, ग्वालियर में 34.1 डिग्री, उज्जैन में 31.5 डिग्री व जबलपुर में तापमान 36 डिग्री दर्ज किया गया। एक दिन पहले छतरपुर के नौगांव में सबसे ज्यादा तापमान 38.5 डिग्री रहा।
अभी पूरे प्रदेश में प्री-मानसून की सक्रियता
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पूरे प्रदेश में अभी प्री-मानसून की एक्टिविटी जारी है. जिसके चलते प्रदेश में कहीं तेज धूप व आंधी चल रही है तो कहीं बारिश हो रही है।
अगले तीन दिन तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। प्रदेश में मानसून के 10 जून के बाद ही प्रविष्ठ होने की संभावना है। अभी मानसून महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ में ही एक स्थान पर ठहरा हुआ है।
चढ़ते-गिरते पारे ने अस्पताल में बढ़ाए मरीज
शहर में गर्मी ने न सिर्फ लोगों को जीना मुश्किल कर रखा है बल्कि चढ़ते-गिरते पारे की वजह से अस्पतालों में मरीजों की भी कतारें लगती जा रही हैं। शासकीय अस्पतालों में व्याप्त अनियमितताएं मरीजों के साथ उनके परिजनों का थोड़ा निराश जरुर कर रही हैं लेकिन फिर भी उपचार से वे राहत महसूस कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के साथ ही मरीजों का इलाज सही समय पर हो सके इसके लिए हर संभव प्रयास भी किए जा रहे हैं।
शहर के नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल के साथ विक्टोरिया जिला चिकित्सालय के साथ अन्य अस्पतालों में इन दिनों मौसमी बीमारियों के चलते मरीजों का तांता लगा हुआ है।आलम यह है कि जिला अस्पताल जबलपुर में ही रोजाना सैकड़ों मरीज मौसमी बीमारियों से ग्रस्त होकर इलाज के लिए आ रहे हैं।
पीलिया, डायरिया, डिहाइड्रेशन और लू के मरीज ज्यादा
जिला अस्पताल जबलपुर में ओपीडी से लेकर वार्डों तक सैकड़ों की संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। हालात ये हैं कि गर्मी और उमस से जहां लोगों का जीना दूभर हो गया है, तो वहीं डिहाइड्रेशन, पीलिया, डायरिया, टाइफाइड और हीट स्ट्रोक या लू जैसी घातक बीमारी सैकड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है, जबकि उल्टी दस्त से पीडि़त मरीजों की संख्या भी रोजाना बढ़ती जा रही है।लगभग यही हालात शहर के तमाम निजी और सरकारी अस्पतालों में भी बने हुए हैं।
शरीर में न होने दें पानी की कमी
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो जिस तरह से लगातार तापमान बढ़ रहा है। ऐसे में लोग लापरवाही की वजह से बीमार हो रहे हैं, जबकि लोगों को चाहिए कि वह धूप से बचे और पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो जिस तरह से लगातार तापमान बढ़ रहा है।
झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है। ऐसे में लोग लापरवाही की वजह से बीमार हो रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वह धूप से बचे और पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उनके पास हर तरह की बीमारी से निपटने के लिए तमाम इंतजाम हैं। मरीजों का इलाज सही समय पर हो सके इसके लिए हर संभव प्रयास भी किए जा रहे हैं।