अहमदाबाद. गुजरात की राजधानी अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. बोइंग 787 ड्रीमलाइनर जैसे अत्याधुनिक विमान के इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत अधिकांश यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई. हादसे के बाद घटनास्थल पर राहत व बचाव कार्य जारी है, वहीं विशेषज्ञ इस भीषण दुर्घटना के कारणों की तह में जाने की कोशिश कर रहे हैं.
अब तक सामने आई जानकारियों और तकनीकी रिपोर्ट्स के आधार पर तीन प्रमुख थ्योरी सामने आ रही हैं, जो इस विमान हादसे के संभावित कारण हो सकते हैं:
1. इंजन फेल होना
विशेषज्ञों का एक वर्ग मान रहा है कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के एक या दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया. इससे पायलट को विमान को नियंत्रित करने में दिक्कत हुई और वह रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया. शुरुआती तकनीकी संकेतों में इंजन में असामान्य कंपन और तापमान की जानकारी सामने आई है.
2. लैंडिंग गियर खुला रहना
एक अन्य थ्योरी के अनुसार, विमान का लैंडिंग गियर टेकऑफ के दौरान पूरी तरह से बंद नहीं हुआ था. लैंडिंग गियर के खुले रह जाने से विमान की वायुगतिकीय संरचना (aerodynamics) प्रभावित होती है, जिससे टेकऑफ के बाद ऊंचाई पकड़ने में मुश्किल हो सकती है. यदि इस थ्योरी की पुष्टि होती है, तो यह गंभीर तकनीकी चूक मानी जाएगी.
3. तकनीकी और मानव त्रुटि का संयुक्त प्रभाव
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हादसा किसी एक कारण से नहीं, बल्कि तकनीकी खराबी और मानव त्रुटि के मेल का नतीजा हो सकता है. पायलट की ओर से किसी सेंसर अलर्ट की अनदेखी, तकनीकी निगरानी प्रणाली की असफलता या मौसम की अप्रत्याशित स्थिति भी योगदान कर सकती है.
जांच जारी, ब्लैक बॉक्स से खुलेंगे राज
फिलहाल जांच एजेंसियों ने विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) जब्त कर लिया है. इसके विश्लेषण से यह पता चल सकेगा कि दुर्घटना के क्षणों में विमान के भीतर क्या हुआ था. एयर इंडिया और डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने संयुक्त रूप से जांच शुरू कर दी है.
इस हादसे ने एयरलाइंस की सुरक्षा व्यवस्था और तकनीकी निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पूरे देश की निगाहें अब इस जांच पर टिकी हैं कि आखिर ड्रीमलाइनर जैसे आधुनिक विमान के साथ ऐसी त्रासदी कैसे हुई.