ओटावा/नई दिल्ली. कनाडा में चल रहे G-7 सम्मेलन में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सम्मेलन के बीच में ही अचानक अमेरिका लौटने का फैसला लिया, जिससे सभी देश चौंक गए. इसके चलते उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात नहीं हो सकी, जो सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा पहुंचे हैं.
ईरान-इजरायल तनाव के चलते लौटे ट्रंप
सूत्रों के अनुसार, ट्रंप का सम्मेलन छोड़ने का फैसला ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के चलते लिया गया. उन्होंने साफ शब्दों में ईरान को चेतावनी दी और कहा कि यदि उसने अपनी परमाणु हथियारों की महत्वाकांक्षा नहीं छोड़ी, तो हालात और बिगड़ सकते हैं.
ट्रंप ने अपने ‘ट्रूथ सोशल’ अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“ईरान को अपनी परमाणु योजनाओं पर लगाम लगानी होगी, वरना बहुत देर हो जाएगी. तेहरान को तुरंत खाली करने की जरूरत है.”
उन्होंने यह भी कहा कि ईरानी नेता बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन पिछले 60 दिनों में कोई समझौता नहीं हो सका, जिसके चलते इजरायल ने चार दिन पहले हवाई हमले शुरू किए.
ट्रंप ने उठाया G-7 की प्रासंगिकता पर सवाल
G-7 समिट के दौरान ट्रंप ने संगठन की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि
“2014 में रूस को G-7 से निकालना एक बड़ी गलती थी, जिससे वैश्विक अस्थिरता बढ़ी.”
उन्होंने सुझाव दिया कि चीन को G-7 में शामिल किया जाना चाहिए, ताकि यह समूह ज्यादा संतुलित और प्रभावी बन सके.
पीएम मोदी से मुलाकात नहीं हो सकी
इस साल G-7 समिट की मेजबानी कनाडा कर रहा है, और पीएम नरेंद्र मोदी भी सम्मेलन में भाग लेने के लिए वहां पहुंचे हैं. हालांकि, ट्रंप के अचानक रवाना हो जाने की वजह से दोनों नेताओं के बीच कोई द्विपक्षीय मुलाकात नहीं हो सकी.