सतना, देशबन्धु। कोलगवां थाना पुलिस ने बिहार के छात्र की बेरहमी से हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। इस अपराध में बिहार के ही एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। जबकि आरोपी के दूसरे साथी की तलाश तेजी से चल रही है। पकड़े गए युवक से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई मृतक ने आरोपी की पत्नी को भगाकर अपने साथ रख लिया था। इसी का बदला लेने के लिए सुनियोजित तरीके से हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। एसपी आशुतोष गुप्ता के निर्देशन, एडिशनल एसपी शिवेश सिंह, सीएसपी देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के निर्देशन में थाना कोलगंवा पुलिस ने इस घटना का पर्दाफास करने में सफलता पाई है।
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नहर में मिला था शव
11 जून की सुबह 9.30 बजे पुलिस को खबर मिली थी कि ग्राम खम्हरिया पयासियान में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। पुलिस पहुंची तो हत्या की आशंका होते ही फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह, सायबर टीम, डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया। कुछ देर बाद मृतक की पहचान ग्राम लौआलगान जिला मधेपुरा बिहार निवासी पवन कुमार पिता मानिकलाल सिंह (34) के रूप में हुई और पता चला कि मृतक अपने दोस्तो के साथ डीएलएड की परीक्षा देने सतना आया हुआ था।
फुटेज देख तय किए आरोपी
सीसीटीवी फुटेज, मृतक के दोस्त और परिजनों से पूछताछ के बाद आरोपियों की पहचान राजीव उर्फ राजेश सिंह एवं बीरू उर्फ वीरेन्द्र सिंह दोनो निवासी ग्राम लौआलगान थाना चौसा जिला मधेपुरा बिहार के रूप में हुई। दबिश देते हुए पुलिस ने आरोपी वीरू उर्फ वीरेन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया। इससे पूछताछ पर यह बात सामने आई कि मृतक पवन कुमार आरोपी राजीव उर्फ राजेश सिंह की पत्नी को लगभग दो वर्ष पहले अपने साथ भगा कर ले गया। विवाह कर अपने साथ बैंगलोर में रखा हुआ था। इसी बात को लेकर आरोपी राजीव बदला लेने की नीयत से पवन कुमार की हत्या करने के फिराक में था।
हत्या में दोस्त की मदद
आरोपी बीरू, राजीव सिंह का जिगरी दोस्त है। जिसके साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से बिहार से सतना आकर 11 जून को दोनों आरोपियों ने पवन कुमार के परीक्षा केन्द्र एमएलबी स्कूल के सामने से पवन कुमार को पकड़ा और उसको अपने साथ खम्हरिया पयासियान में नहर के पास लेकर गए। गमछे से पवन कुमार के दोनो पैर बांधकर पत्थर से सिर पर कई प्रहार कर हत्या कर दिए। हत्या करने के बाद दोनो आरोपी बिहार भाग गए।
इनकी रही अहम भूमिका
इस कार्रवाही में निरीक्षक सुदीप कुमार सोनी, एसआई दशरथ सिंह, प्रधान आरक्षक अंकित सिंह, बृजेश सिंह, अभिषेक पांडेय, अमर सिंह, वेद प्रकाश, विक्रम सिंह, आरक्षक महेन्द्र, राकेश कश्यप, कृष्णरंजन, धर्मेन्द्र सिंह, अंकित सिंह, मोहित सिंह, विजय बादल, सायबर सेल से एसआई अजीत सिंह, एएसआई दीपेश कुमार, फॉरेंसिक अधिकारी महेन्द्र सिंह व मुकेश यादव की अहम भूमिका रही।