deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ब्लॉग

न्यूबोर्न टेस्ट प्रोग्राम से सिकल सेल रोग की मृत्यु दर में कमी आई : आईसीएमआर

देशबन्धु by देशबन्धु
June 24, 2025
in ब्लॉग
0
न्यूबोर्न टेस्ट प्रोग्राम से सिकल सेल रोग की मृत्यु दर में कमी आई : आईसीएमआर
0
SHARES
3
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 24 जून (आईएएनएस)। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के तहत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इम्यूनोहेमेटोलॉजी, मुंबई के साल 2019 से 2024 के बीच किए गए न्यूबोर्न टेस्ट प्रोग्राम से सिकल सेल रोग से होने वाली मृत्यु दर में कमी देखने को मिली। इस प्रोग्राम की वजह से मृत्यु दर 20-30 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत से नीचे दर्ज की गई।

READ ALSO

एफआईआई द्वारा 1.5 लाख करोड़ रुपए की बिकवाली के बावजूद भारतीय बाजार मजबूत

औसत न्यूनतम बैलेंस बढ़ाने की रिपोर्ट्स का एचडीएफसी बैंक ने किया खंडन, कहा- नहीं हुआ कोई बदलाव

नागपुर में आईसीएमआर-सीआरएमसीएच की निदेशक डॉ. मनीषा मडकैकर ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि नवजात शिशुओं में जल्दी डायग्नोस और उपचार से इस गंभीर जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर के प्रभाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

ADVERTISEMENT

सिकल सेल रोग एक पुराना, सिंगल-जीन विकार है। यह एक ऐसी बीमारी है जो खून से जुड़ी है और पूरे जीवन मरीज को प्रभावित करती है। इसमें शरीर में खून की कमी हो जाती है, दर्द के दौरे पड़ते हैं, अंगों को नुकसान होता है और इससे जीवनकाल भी कम हो जाता है।

डॉ. मडकैकर ने बताया, “न्यूबोर्न टेस्ट प्रोग्राम इसलिए जरूरी है, क्योंकि जल्दी डायग्नोस होने पर पेनिसिलिन, विटामिन, वैक्सीनेशन और हाइड्रॉक्सीयूरिया थेरेपी जैसे उपचार शुरू किए जा सकते हैं। इससे मृत्यु दर में भारी कमी आई है।”

ADVERTISEMENT

इस अध्ययन में 63,536 नवजात शिशुओं की जांच की गई, जिनमें 57 प्रतिशत आदिवासी और 43 प्रतिशत गैर-आदिवासी परिवारों से थे। अध्ययन में 546 सिकल सेल रोग के मामले पाए गए। यह अध्ययन सात उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों – उदयपुर (राजस्थान), भरूच (गुजरात), पालघर, चंद्रपुर, गढ़चिरौली (महाराष्ट्र), मंडला, डिंडोरी (मध्य प्रदेश), नबरंगपुर, कंधमाल (ओडिशा) और नीलगिरी (तमिलनाडु) में किया गया।

गुजरात में सबसे अधिक 134 मामले, महाराष्ट्र में 127, ओडिशा में 126, मध्य प्रदेश में 97, राजस्थान में 41 और तमिलनाडु में 21 मामले सामने आए। अध्ययन में 22 बच्चों (4.15 प्रतिशत) की मृत्यु सिकल सेल रोग से हुई।

डॉ. मडकैकर ने बताया, “जल्दी पकड़ में आने से न केवल बच्चे का इलाज संभव है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्यों की जांच और परामर्श से बीमारी को और फैलने से रोका जा सकता है।”

उन्होंने सुझाव दिया कि सिकल सेल रोग के प्रचलित क्षेत्रों में सभी नवजात शिशुओं की जांच अनिवार्य होनी चाहिए। यह कार्यक्रम न केवल जान बचाता है, बल्कि जागरूकता और रोकथाम में भी मदद करता है।

ADVERTISEMENT

–आईएएनएस

एमटी/एएस

देशबन्धु

Related Posts

ब्लॉग

एफआईआई द्वारा 1.5 लाख करोड़ रुपए की बिकवाली के बावजूद भारतीय बाजार मजबूत

August 14, 2025
ब्लॉग

औसत न्यूनतम बैलेंस बढ़ाने की रिपोर्ट्स का एचडीएफसी बैंक ने किया खंडन, कहा- नहीं हुआ कोई बदलाव

August 14, 2025
ब्लॉग

हाथी पांव की बीमारी को दूर करने में सरकार की ये नीति कारगर रही : डॉ. एनके गांगुली

August 13, 2025
ब्लॉग

रियलमी और ऑप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स ने टी200 लाइट का स्थानीय स्तर पर उत्पादन शुरू किया, हाइब्रिड एएनसी ईयरबड्स भी जल्द ही लॉन्च होंगे

August 13, 2025
ब्लॉग

डाउन सिंड्रोम से पीड़ित महिलाओं में अल्जाइमर का अधिक खतरा: शोध

August 13, 2025
ब्लॉग

अदाणी डिजिटल लैब्स ने एयरपोर्ट्स पर यात्रियों के अनुभव को पुनर्परिभाषित करने के लिए परिवर्तनकारी पहलों का किया ऐलान

August 13, 2025
Next Post

देशी मधुमक्खियों का शहद बन सकता हैं एंटीबायोटिक का प्राकृतिक विकल्प

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

093189
Total views : 5943454
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In