deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home Uncategorized

‘आज भी जब वह मंजर याद आता है, तो दिल दहल जाता है’, आपातकाल का दंश झेल चुके लोगों ने बयां किया अपना दर्द

देशबन्धु by देशबन्धु
June 25, 2025
in Uncategorized
0
0
SHARES
1
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

लखनऊ, 25 जून (आईएएनएस)। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के अत्याचारों को झेल चुके उत्तर प्रदेश के कई लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। उन्होंने कहा कि आज भी उन दिनों को याद कर आंखों के सामने वह खौफनाक मंजर आ जाता है, जिसे याद कर दिल दहल जाता है।

READ ALSO

अभिजीत सावंत का गाना ‘प्रेमरंग सनेडो’ मराठी टच के साथ रिलीज, सिंगर ने बताई वजह

मझौली: मॉडल स्कूल में दिलाई गई स्वच्छता की शपथ

ADVERTISEMENT

आपातकाल के दौरान जेल गए लालचंद्र मौर्या ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से अपने कड़वे अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि आपातकाल को 50 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन आज भी लोग उस दर्द से नहीं उबर पाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके गुरु बाबा जी को 29 जून 1975 को जिलाधिकारी ने बुलाया था। गुरुदेव खुद गाड़ी चलाकर पुलिसकर्मी के पास गए थे। उन्होंने पुलिसवाले से उनका जुर्म पूछा तो उसने बताया कि उन्हें मीसा के तहत गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें आगरा जेल में बंद करने के बाद उन्हें यातनाएं दी गईं। इसके बारे में जब भक्तों को पता चला, तो लालचंद्र मौर्या और बाबा जी के दूसरे भक्त उनसे मिलने पहुंचे।

ADVERTISEMENT

मौर्या ने कहा कि बाबा के करीब पांच हजार से अधिक भक्त उनसे मिलने पहुंचे थे, तो पुलिसकर्मी हैरान हो गए। इसके बाद पुलिस ने दिल्ली फोन करके कहा कि हजारों की संख्या में बाबा के मानने वाले आ गए हैं। अगर समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया, तो बहुत बड़ी दिक्कत हो सकती है। इसके बाद बाबा को बरेली जेल भेज दिया गया था। उन्हें जेल में अकेले बंद कर दिया गया था। लेकिन, जेल में भी उनका प्रचार जारी रहा। बड़ी संख्या में उनके प्रचार में भक्त शामिल होते थे। इन सबको देखकर इंदिरा गांधी परेशान हो गईं। इसके बाद उन्होंने बाबा को बेंगलुरु जेल भेज दिया।

उन्होंने कहा कि बाबा जेल में रहने के बावजूद भी घबराए नहीं, उनका हौसला नहीं डिगा, वह लगातार यही कहते रहे कि हमें जेल को जेल नहीं समझना है, बल्कि यहां पर भी लगातार भजन कीर्तन करते रहना है, ताकि हम अपनी बात को शासन तक पहुंचा सके। वह कहते थे कि अगर हम जेल में भजन करते रहेंगे, तो इनकी पूरी सिंहासन ध्वस्त हो जाएगी। ये लोग हमारे खिलाफ कुछ नहीं कर पाएंगे।

मौर्या ने कहा, “इसके बाद यह आदेश आया कि हम सभी को बाबा जी के साथ जेल जाना होगा, तब हम लोग हजारों की संख्या में जेल परिसर पर पहुंचे और नारे लगाए कि ‘बाबा जी को छोड़ दो, और हमें जेल दो’। जब हम जेल में थे, तो हमें बहुत सताया गया। हमसे कहा गया कि हम तुम लोगों की नसबंदी करा देंगे। वह सर्दी का समय था, हमारे ऊपर बर्फ डाल दिया जाता था। मैं करीब ढाई महीने तक जेल में था।”

उन्होंने कहा कि उन दिनों को याद कर आज भी दिल दलह जाता है। दो लोग सड़क पर बात नहीं कर सकते थे। अखबार पर सेंसरशिप लगा दी गई थी। कई माताओं ने जेल में ही अपने बच्चे को जन्म दिया था। तब की सरकार ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थी।

उस दौर को याद करते हुए मथुरा के प्रह्लाद मिश्रा बताते हैं कि उन दिनों लोगों के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गई थीं। आपातकाल का विरोध करने वाले लोगों को बहुत यातनाएं दी गई थीं, जिन्हें याद कर आज भी रूह कांप जाती है।

उन्होंने बताया कि जेल में क्रूर से क्रूर जेल अधिकारियों को रखा गया था, ताकि आपातकाल का विरोध करने वाले लोगों को सजा दी जाए। लोगों को बहुत सताया गया था। वह करीब 11 महीने तक जेल में थे। जेल के दौरान किसी के नाखून उखाड़ दिए गए थे, तो किसी को बर्फ की सिल्ली पर बिना वस्त्र के ही लेटा दिया गया था। इसके बाद कई लोग जब जेल से बाहर आए, तो वे मर भी गए। कई लोग तो जेल में यातनाओं के दौरान ही मर गए थे।

ADVERTISEMENT

पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह ने भी आपातकाल के काले दौर को याद किया। उन्होंने कहा कि आज से 50 साल पहले इंदिरा गांधी ने जनाक्रोश से बचने के लिए आपातकाल का ऐलान किया था। इससे पहले उनके खिलाफ देशभर में लोगों का बड़े पैमाने पर आक्रोश देखने को मिला था। उससे पहले जेपी आंदोलन की शुरुआत महंगाई और बेरोजगारी के विरोध में हुई थी। जिसमें देश के हर वर्ग के लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। यह आंदोलन गुजरात से शुरू हुआ, इसके बाद बिहार में आया और इसके बाद यह पूरे देश में फैला। इसी दौरान 12 जून को गुजरात विधानसभा चुनाव का परिणाम आया और उसी दिन राज नारायण सिंह द्वारा इंदिरा गांधी के खिलाफ चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर भी फैसला आया। दोनों ही जगह इंदिरा गांधी की हार हुई थी। गुजरात में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया था। दूसरी तरफ, रायबरेली के चुनाव के खिलाफ याचिका स्वीकार कर ली गई थी और बाद में अदालत ने इंदिरा गांधी के चुनाव लड़ने पर छह साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद इंदिरा ने देश के लोगों की आवाज दबाने के लिए आपातकाल की घोषणा की थी। उनके इस फैसले का विरोध करने वाले लोगों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया था और प्रेस की आजादी पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। कई पत्रकारों, राजनेताओं और युवाओं को जेल में डाल दिया गया था। लोगों से उनके जीने का अधिकार छीन लिया गया था।

सुरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मौलिक अधिकारों को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया था। उन्हें भी 21 दिन तक जौनपुर जेल में रखा गया था और इसके बाद दूसरे जेल में भेज दिया गया था। इसके बाद मीसा के तहत भी कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। लोगों के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गई थीं। मीसा के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों को अपनी बात कहने का कोई हक नहीं था। बिना कोई कारण बताए लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एक तरह से पूरा देश ही जेल बन गया था। कई बड़े पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया था। पूरे देश में 21 महीने तक सन्नाटा रहा। यहां तक कि चुनाव भी स्थगित कर दिए गए थे। संसद की भूमिका भी समाप्त कर दी गई थी। हजारों घर उजाड़ दिए गए थे।

–आईएएनएस

एसएचके/एकेजे

देशबन्धु

Related Posts

Uncategorized

अभिजीत सावंत का गाना ‘प्रेमरंग सनेडो’ मराठी टच के साथ रिलीज, सिंगर ने बताई वजह

September 25, 2025
मझौली: मॉडल स्कूल में दिलाई गई स्वच्छता की शपथ
Uncategorized

मझौली: मॉडल स्कूल में दिलाई गई स्वच्छता की शपथ

September 24, 2025
पिपरहट सढ़ेरा में देर रात दो पहिया वाहन से हुई गाय के बछड़े की मौके पर मौत
Uncategorized

पिपरहट सढ़ेरा में देर रात दो पहिया वाहन से हुई गाय के बछड़े की मौके पर मौत

September 22, 2025
अधीरा का पहला पोस्टर: प्रशांत वर्मा ने अपनी PVCU फिल्म में कल्याण दसारी को सुपरहीरो और एसजे सूर्या को खलनायक के रूप में पेश किया
Uncategorized

अधीरा का पहला पोस्टर: प्रशांत वर्मा ने अपनी PVCU फिल्म में कल्याण दसारी को सुपरहीरो और एसजे सूर्या को खलनायक के रूप में पेश किया

September 22, 2025
डॉक्टर की टू-व्हीलर नाले में बही, गनीमत रही जान बची — पुलिया पर बाढ़ का पानी बना खतरा
Uncategorized

डॉक्टर की टू-व्हीलर नाले में बही, गनीमत रही जान बची — पुलिया पर बाढ़ का पानी बना खतरा

September 17, 2025
असमय निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, मृत्यु भोज का किया बहिष्कार
Uncategorized

असमय निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन, मृत्यु भोज का किया बहिष्कार

September 17, 2025
Next Post

'आप' नेता नरेश बालियान की जमानत याचिका पर हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से मांगी रिपोर्ट, अगली सुनवाई 3 जुलाई को

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

113279
Total views : 6012448
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In