सतना, देशबन्धु। वर्षा ऋतु के पहले बीपीएल, एपीएल सहित निराश्रितों को तीन माह का राशन देने का दवा किया जा रहा था। इसकी पोल नगर पंचायत नागौद की राशन दुकाने खोल रही हैं। हालत यह है कि जून माह पूरा होने को है हितग्राहियों को तीन माह तो दूर जून माह का खाद्यान्ह नहीं मिला है। जिसके चलते उन्हे परेशान होना पड़ रहा है।
हत्यारें को आजीवन कारावास व जुर्माना
ज्ञात हो कि निराश्रित व गरीब परिवार के लोगों को सरकार सबसे सस्ते दर में अनाज उपलब्ध करा रही है। रियायती दर में मिलने वाला यह अनाज राशन दुकानों के माध्यम से आवंटित किया जाता है। लेकिन इस बार जून माह समाप्ति की ओर है, राशन दुकानों में पहुंचने वाले अनाज का कोई अता-पता नहीं है। कुल मिलाकर के अभी भी हितग्राहियों को जून माह का राशन के राशन का इंतजार है। ऐसे में इन हितग्राहियों को तीन माह के राशन एक साथ मिलने का दावा फेल होता नजर आ रहा है।
यहां सबसे ज्यादा समस्या
यह समस्या और किसी नगर पंचायत क्षेत्र में बनी हो सकती है लेकिन हम बात नागौद नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाली राशन दुकानों की कर रहे हैं। बताया गया है की कस्बे के वार्ड क्रमांक 4, 6, 7, 8, 9, 10, 13, 14, 15 के हितग्राहियों को राशन नहीं मिला है। जिसके चलते उन्हे सिर्फ और सिर्फ परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
परिवहन ठेकेदार की लापरवाही
बताया जाता है कि नगर पंचायत के अंतर्गत आने वाली चाहे राशन दुकानें हों या फिर ग्रामीण क्षेत्र की। सभी राशन दुकानों में खाद्यान्ह पहुंचाने की जिम्मेदारी परिवहन ठेकेदार की होती है। तय दुकानों में समय पर राशन पहुंचाता है। इस बार जून माह का 25 दिन समय बीत गया है लेकिन इस माह राशन दुकानों में खाद्यान्ह नहीं पहुंचा हो सबसे ज्यादा हैरान करने वाला विषय है।
बनती रहती है समस्या
राशन दुकानों में खाद्यान्ह पहुंचाने के लिए बकायदा परिवहन का भी ठेका भी दिया जाता है। इसके बाद भी ठेकेदार मनमानी पर उतारू रहता है। इसके बाद भी जिम्मेदार द्वारा परिवहन ठेकेदार द्वारा अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है। जिसके चलते उनके हौसले बुलंद हैं।