नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)। दिल्ली के आनंद विहार इलाके में दो मीट विक्रेताओं को पीटने और लूटने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों समेत सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
घटना 7 मार्च को हुई थी जब दो मीट विक्रेता अपनी कार में यात्रा कर रहे थे और उन्होंने एक स्कूटर को टक्कर मार दी। तीन दिन बाद, 10 मार्च को एफआईआर दर्ज की गई, हालांकि, पीड़ितों (मीट विक्रेताओं) ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया था।
एफआईआर के अनुसार, 7 मार्च को, नवाब अपने चचेरे भाई शोएब के साथ अपनी कार में घर जा रहा था। इस दौरान उसने आनंद विहार के पास एक स्कूटर को टक्कर मार दी।
एफआईआर में कहा गया, वे कार में मीट ले जा रहे थे। स्कूटर चालक ने उनसे हर्जाने में 4,000 रुपये की मांग की। तभी एक पीसीआर वैन वहां पहुंची और एक पुलिसकर्मी ने मीट सप्लायर्स से 2500 रुपये लिए और स्कूटर चालक को दे दिए। इसके बाद पुलिसकर्मी ने 15,000 रुपये की मांग की और भुगतान न करने पर उन्हें थाने ले जाने की धमकी दी।
गाजीपुर बूचड़खाने में मीट की आपूर्ति करने वाले और मुस्तफाबाद के रहने वाले नवाब ने आरोप लगाया कि पीसीआर वैन में सवार पुलिसकर्मियों ने चार अन्य लोगों को बुलाया और उन्हें सुनसान जगह पर ले गए।
एफआईआर में कहा गया, आरोपियों ने दोनों को बंधक बना लिया और पीटा। उन्होंने चाकू से उनके हाथ काटने की भी कोशिश की। आरोपियों ने उनके चेहरे पर पेशाब भी किया और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पुलिसकर्मियों ने उन पर गोहत्या का भी आरोप लगाया और मारने के बाद उनके शव को नाले में फेंकने की धमकी दी।
एफआईआर में कहा गया है, पुलिसकर्मियों ने पीड़ितों से कुल 25,500 रुपये वसूले। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों के हाथ-पैर और पीठ में चोटें आई हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और सभी तथ्यों की पुष्टि की जा रही है।
अधिकारी ने कहा कि तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, जिनमें से एक सहायक उप निरीक्षक है।
–आईएएनएस
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