सतना, देशबन्धु। मैहर में मध्यांचल ग्रामीण बैंक में सोना घोटाले का पर्दाफास हो गया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सगी बहनों समेत नकली सोना देने वाले अपराध के मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश कर दिया। जहां से दोनों बहनों को न्यायिक अभिरक्षा में केन्द्रीय जेल भेज दिया गया और नकली सोना देने वाले उनके एक साथी को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। यह कार्रवाही पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल के निर्देशन में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अनिमेष द्विवेदी की टीम ने की है।
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केदार ज्वेलर्स को लगा फटका
इस अपराध में 21 जून को केदार ज्वेलर्स मैहर के कारोबारी मुकेश सोनी पिता केदार प्रसाद सोनी निवासी कमला मार्केट मैहर की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली में आरोपी पूजा सिंह, पूनम सिंह और पंजाब ज्वेलर्स मैहर के कारोबारी सुनील आनंद पिता स्व. किशन लाल पंजाबी के विरूद्ध षड्यंत्र पूर्वक नकली सोना बेचकर पैसे ऐंठने का अपराध पंजीबद्ध किया गया था। सराफा कारोबारी ने पुलिस को बताया था कि पूजा, पूनम और बैंक मैनेजर जगरूप प्रसाद ने उनके यहां नकली सोना बेचकर 17 लाख 22 हजार रुपए लिए हैं।
जांच में यह तथ्य आए सामने
पुलिस जांच में पता चला कि पूजा सिंह एवं पूनम सिह सगी बहनें हैं। इन्होंने वर्ष 2023 में मध्यांचल ग्रामीण बैंक शाखा मैहर से गोल्ड लोन लिया था। पूनम सिंह को 8,15,000 रुपए तथा पूजा सिंह को 6,47,000 रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था। ऋण अदायगी नहीं करने पर बैंक मैनेजर से जमा गोल्ड बेचकर ऋण चुकाने को कहा गया। बैंक मैनेजर की मौजूदगी में गोल्ड केदार ज्वेलर्स में बेचकर 17 लाख 22 हजार रुपए लिए गए। इस राशि से लोन की राशि जमा करा ली गई थी।
बहनों ने उगला प्रतीक का नाम
दोनों ठग बहनों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उनकी दोस्ती सतना में इलाज के दौरान प्रतीक शर्मा पिता हितेन्द्र शर्मा निवासी धाम मोहल्ला पन्ना से हुई। उसने ही मदद करते हुए सोने के गहने गिरवी रखने दिए थे। जब पुलिस ने प्रतीक को पकड़ा तो उसके कब्जे से सोने जैसी धातु से बनी हुई हालमार्क लगे 17 प्रकार के जेवरात बजनी 148 ग्राम 280 मिलीग्राम कीमती 14 लाख 53 हजार रुपये का बरामद किया गया। अब प्रतीक पुलिस रिमांड पर है।
इनकी रही अहम भूमिका
इस अपराध की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी निरीक्षक अनिमेष द्विवेदी, एसआई अशोक सिंह सेंगर, एएसआई रोहिणी तिवारी, प्रधान आरक्षक रविंद्र अवस्थी, जय बागरी, विपिन सोंधिया, आरक्षक अलका तिवारी, रश्मि त्रिपाठी, साइबर सेल मैहर से संदीप सिंह परिहार, सुशील द्विवेदी की अहम भूमिका रही।