जबलपुर. मध्यप्रदेश के पूर्वी इलाकों में हो रही लगातार भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पिछले 24 घंटे की बारिश के चलते जबलपुर-अमरकंटक नेशनल हाईवे को बंद करना पड़ा, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। हाईवे पर बहने वाले कई नाले उफान पर हैं और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं।
नर्मदा नदी में उफान, मंदिर जलमग्न
जबलपुर और मंडला में नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नदी किनारे बने कई मंदिर जलमग्न हो चुके हैं। मंडला में नर्मदा ब्रिज पर पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए सुरक्षा के लिहाज से पुल के दोनों ओर निगरानी बढ़ा दी है। वहीं डिंडौरी में नर्मदा ब्रिज तक पानी पहुंचने से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया है।
डिंडौरी में 7 इंच बारिश, सड़कें बनी नदी
डिंडौरी जिले में पिछले 24 घंटे में 7 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। यहां सड़कों पर दो से तीन फीट तक पानी भर गया है। कई मोहल्ले और बाजार जलभराव की चपेट में आ गए हैं। जलजमाव के कारण स्कूली बच्चों और आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
टीकमगढ़ और गुना में भी हालात गंभीर
टीकमगढ़ में सिर्फ 8 घंटे में 6 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे हालात बेहद खराब हो गए हैं। वहीं गुना की सड़कों पर तीन फीट तक पानी भर गया है। यातायात बाधित है और निचले इलाकों में पानी घुस चुका है।
मध्य प्रदेश मौसम अलर्ट: 4 से 7 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना, कई नदियां उफान पर
रेस्क्यू टीम तैनात, प्रशासन अलर्ट पर
बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एहतियातन पुलिस और रेस्क्यू टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात कर दिया है। लोगों को नदियों और नालों के आसपास न जाने की हिदायत दी गई है। जिला प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है।
प्राकृतिक आपदा से जूझते इन जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद करने पर विचार किया जा रहा है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे तक भारी बारिश की संभावना जताई है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।