भोपाल/इंदौर. मध्यप्रदेश में मानसून (MP Weather) ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. 6 से 9 जुलाई तक राज्य के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. मौसम विभाग ने बताया कि प्रदेश में दो मजबूत चक्रवातीय सिस्टम सक्रिय हो गए हैं, जिससे आगामी चार दिन प्रदेश के लिए बारिश के लिहाज़ से अहम होंगे.
इंदौर में शनिवार को आधे घंटे की तेज बारिश हुई, जिससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई. शहर के पश्चिमी हिस्से में हल्की और पूर्वी हिस्से में अधिक बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार, एयरपोर्ट स्थित वेधशाला में 3.8 मिमी और रीगल चौराहे पर 13 मिमी बारिश दर्ज की गई.
अब तक की बारिश:
1 जून से 4 जुलाई तक जिले में कुल 5.44 इंच (136.2 मिमी) बारिश हुई.
पिछले साल इसी अवधि में 7.58 इंच (192 मिमी) बारिश हुई थी.
जिले की औसत सालाना वर्षा 38.88 इंच (952.20 मिमी) है.
तापमान में गिरावट:
शनिवार को दिन का तापमान 26.4°C और रात का 23.6°C रहा.
24 घंटे में दिन के तापमान में 1.6 डिग्री की कमी दर्ज की गई.
25 किमी/घंटा की रफ्तार से पश्चिम-दक्षिण पश्चिम दिशा से हवाएं चलीं.
किन जिलों में भारी से अति भारी बारिश?
मौसम विभाग के अनुसार:
ऑरेंज अलर्ट (अति भारी बारिश):
जबलपुर, मंडला, सिवनी, बालाघाट, रायसेन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, नर्मदापुरम
येलो अलर्ट (भारी बारिश):
शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, बैतूल, सागर, छतरपुर, दमोह, कटनी, उमरिया, डिंडौरी, सीहोर
क्या है सिस्टम का कारण?
एक चक्रवातीय सिस्टम उत्तर-पूर्वी मप्र में सक्रिय है.
दूसरी तरफ से पश्चिम बंगाल की ओर से भी नमी लेकर आने वाला सिस्टम सक्रिय है.
एक ट्रफ लाइन अरब सागर से होते हुए मप्र होते हुए बंगाल तक गुजर रही है, जिससे भारी बारिश की स्थिति बन रही है.
अगले चार दिन प्रदेशवासियों को सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोगों को सावधान रहने और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है.