नई दिल्ली. देश के कई हिस्सों में जारी तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. राजधानी दिल्ली, एनसीआर, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं, जिससे कई लोगों की मौत की खबर है. मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और कई राज्यों में स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं.
दिल्ली-NCR में जलभराव और ट्रैफिक जाम
गुरुवार को दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश के चलते कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया. दिल्ली की कई प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही. गुरुग्राम में हालात सबसे खराब रहे, जहां सड़कों पर कमर तक पानी भर गया और गाड़ियां पानी में फंस गईं.
बुधवार शाम को केवल 90 मिनट में गुरुग्राम में 103 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि 12 घंटे में 133 मिमी बारिश हुई.
हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी कॉर्पोरेट दफ्तरों और निजी संस्थानों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी है.
खराब मौसम के चलते 6 फ्लाइटों को डायवर्ट किया गया – 4 को जयपुर और 2 को लखनऊ भेजा गया. कई उड़ानों में देरी और मार्ग बदलने की स्थिति बनी.
मध्यप्रदेश में बाढ़ जैसी स्थिति, 3 बच्चों की मौत
जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर समेत कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. नरसिंहपुर में बुधवार को नदी में बहने से तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. नदियां और नाले उफान पर हैं और ग्रामीण इलाकों में पानी का बहाव तेज हो गया है.
हरियाणा में भी पानी-पानी, 3 मासूमों की डूबने से मौत
कैथल जिले में एक तालाब में नहाने गए तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई. लगातार बारिश और जलभराव के चलते स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है.
महाराष्ट्र में 71 गांवों का संपर्क टूटा, 2 मौतें
नागपुर जिले में तेज बारिश ने तबाही मचा दी है.
71 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है.
बोरगांव में एक 35 वर्षीय युवक उफनते नाले में बह गया.
उप्पलवाड़ी में 18 वर्षीय युवक की मौत हो गई.
हालात को देखते हुए नागपुर के सभी स्कूल 9 जुलाई तक बंद कर दिए गए हैं.
अलर्ट और सावधानी की जरूरत
मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है और नागरिकों से अपील की है कि वे बिना आवश्यकता घर से बाहर न निकलें. सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीमें सतर्क हैं और राहत कार्य जारी है.
देश के कई हिस्सों में बारिश अब राहत नहीं, कहर बनकर टूट रही है. प्रशासन से लेकर आम नागरिकों तक सभी को सतर्कता बरतने की आवश्यकता है, ताकि किसी बड़ी जनहानि को टाला जा सके.