भोपाल. मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर रफ्तार पकड़ चुका है. प्रदेश के कई जिलों में शनिवार से तेज बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग ने अगले दो दिन यानी रविवार और सोमवार को 26 जिलों में भारी बारिश और 8 जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. इससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है.
किन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट?
ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल और उज्जैन संभाग के अंतर्गत आने वाले इन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है:
ग्वालियर, अशोकनगर, दतिया, गुना, शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, मुरैना, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, छतरपुर, भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, उज्जैन, नीमच, देवास, रतलाम, मंदसौर, शाजापुर और आगर मालवा.
किन जिलों में अति भारी बारिश का खतरा?
ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, मुरैना, भिंड और श्योपुर — इन 8 जिलों में कुछ स्थानों पर अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है.
मुख्य वर्षा के आंकड़े (पिछले 24 घंटे):
रीवा: 203.6 मिमी
सीधी: 185.2 मिमी
खजुराहो: 140.4 मिमी
टीकमगढ़ और नौगांव: 96 मिमी
सतना: 81 मिमी
नरसिंहपुर: 77 मिमी
सागर: 54.6 मिमी
उमरिया: 51.8 मिमी
मंडला: 28.6 मिमी
नर्मदापुरम: 21.2 मिमी
पचमढ़ी: 21 मिमी
रायसेन: 19.2 मिमी
भोपाल: 8.7 मिमी
मौसम प्रणालियों का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और हरियाणा के आसपास हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात सक्रिय हैं. इसके अलावा एक मानसूनी ट्रफ रेखा सूरतगढ़, ग्वालियर, सिद्धि होते हुए बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है. जम्मू-कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ भी द्रोणिका के रूप में सक्रिय है.
सावधानी की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव, यातायात में बाधा और ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हो सकता है. प्रशासन ने सभी जिलों में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
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बारिश में होगी थोड़ी राहत?
मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला के अनुसार, प्रदेश में सक्रिय चक्रवात अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ रहा है. सोमवार से वर्षा की तीव्रता में कुछ कमी आने की संभावना है.