बीजिंग. शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit 2025) शिखर सम्मेलन 2025 में भारत ने आतंकवाद और क्षेत्रीय संप्रभुता के मुद्दों पर कड़ा रुख अपनाया. भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बैठक में स्पष्ट कहा कि भारत आतंकवाद को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगा और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई “ऑपरेशन सिंदूर” की तरह जारी रहेगी.
जयशंकर ने पाकिस्तान को खुलकर फटकारते हुए, चीन को भी अप्रत्यक्ष रूप से संदेश दिया कि आतंकवाद को समर्थन देना किसी के भी हित में नहीं है. उन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले का हवाला देते हुए बताया कि इसका मकसद कश्मीर की पर्यटन आधारित अर्थव्यवस्था को कमजोर करना और धार्मिक तनाव बढ़ाना था.
पाकिस्तान का बदला रुख
भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का बयान अपेक्षाकृत नरम दिखा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्रीय शांति और स्थिरता का पक्षधर है. यह बयान SCO मंच पर भारत की मजबूत कूटनीतिक स्थिति को दर्शाता है.
चीन की BRI परियोजना पर परोक्ष वार
जयशंकर ने अपने संबोधन में चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) परियोजना पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि कोई भी बहुपक्षीय साझेदारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए. भारत लंबे समय से BRI का विरोध करता रहा है, विशेषकर इसके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से गुजरने को लेकर.
MP Paramedical Colleges: तीन साल बाद मिली मान्यता, नए कॉलेजों पर अभी संशय
SCO को मूल उद्देश्यों पर लौटने की सलाह
जयशंकर ने कहा कि SCO की स्थापना आतंकवाद, चरमपंथ और अलगाववाद से लड़ने के लिए हुई थी, और संगठन को अपने इन मूल लक्ष्यों से भटकना नहीं चाहिए. उन्होंने आग्रह किया कि SCO देशों को आतंक के खिलाफ एकजुट रुख अपनाना चाहिए और ऐसे तत्वों के लिए कोई सहानुभूति नहीं दिखानी चाहिए.