सतना, देशबन्धु। मरीजों को अस्पताल से घर व घर से अस्पताल पहुंचाने के लिए सरकार द्वारा 108 एम्बुलेंस की सेवा शुरू की है। इस सेवा में चालकों की मनमानी लगातार सामने आ रही है। एक ऐसा ही मामला मैहर जिले के रामनगर अस्पताल का प्रकाश में आया है। यहां गंभीर संक्रमण से जूझ रहे मरीज रामखेलावन शर्मा को इलाज के लिए तत्काल रेफर किया जाना था, डॉ ने दवा भी की और रेफर बनाकर 108 में फोन किया।
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इतना ही नहीं स्टाफने भी बार-बार फोन लगाकर दी इसके बाद भी एम्बुलेंस चालक ने मरीज को ले जाने से साफ तौर पर मना कर दिया। इस मामले की जानकारी जैसे ही सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी को लगी उन्होने मामले को संज्ञान लेते हुए संभागीय कोर्डिनेटर से तत्काल सूचना के संबंध में रिपोर्ट और एक्शन तलब किया। एंबुलेंस 108 के चालक शेषमणि द्विवेदी और ईएमटी देवेंद्र प्रजापति को निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया गया है।
ये कैसा न्याय
सवाल यह उठता है कि इस मामले में मौके पर तीन एम्बुलेंश खड़ी थी तीनों रेफर किये मरीज को ले जाने पर टालमटोल कर रहे थे लेकिन इस मामले में सीएमएचओ सतना ने एक एम्बुलेंश चालक पर कार्रवाई कर के इतश्री करली लेकिन उन दो एम्बुलेंश चालकों पर कार्रवाई नहीं की। सीएमएचओ द्वारा सिर्फ एक एम्बुलेंश चालक पर की गई कार्रवाई सवालों के घेरे में है।
एम्बुलेंश चालक का रीवा पे्रम
इस मामले में एक बात यह भी सामने आई है कि एम्बुलेंश चालक द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामनगर से जिला अस्पताल सतना रेफर किये गये मरीज को सतना ले जाने से साफ तौर पर मना किया जा रहा था। बताया गया है कि उक्त चालक द्वारा बार बार यह कहा जाता रहा था कि रीवा के लिए रेफर बनवाओ वहां ले जाएंगे। ऐसे में सोचने वाली बात तो यह है कि एम्बुलेंश चालक का रीवा के लिए रेफर बनवाने का प्रेम एम्बुलेंश चालकों के बीच होने वाली बड़ी साजिश की ओर इशारा करती है।
मामले पर एक नजर
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक मैहर जिले के अंतर्गत आने वाले रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में गंभीर संक्रमण से जूझ रहे मरीज रामखेलावन शर्मा को इलाज के लिए तत्काल रेफर किया जाना था, डॉ. ने दवा भी की और रेफर बनाकर 108 में फोन किया। बताया गया है कि जब फोन किया गया उस समय तीन एम्बुलेंश खड़ी थी लेकिन उक्त रेफर मरीज को ले जाने के लिए कोई सामने नहीं आया।
रहती हैं खड़ी, बोलते हैं ऑन रोड
आम जन का कहना है कि एम्बुलेंश चालकों द्वारा इस तरह की हरकतें काफी समय से की जा रहीं हैं। जब भी उन्हे फोन लगाया जाता है तब वह यही कहते हैं कि ऑन रोड हैं। इस मामले में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया। जब वास्तविकता जांची गई तो पाया गया कि ड्राइवर ने फर्जी आईडी के जरिए एम्बुलेंस को ऑन रोड दिखाया जा रहा है, जबकि वह अस्पताल में ही खड़ी थी।
इनका कहना है
एंबुलेंस 108 के चालक शेषमणि द्विवेदी और ई एम टी देवेंद्र प्रजापति को निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया गया है। एंबुलेंस के संचालन के लिए अलग से ड्राइवर और ई एम टी की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
डॉ. एलके तिवारी सीएमएचओ सतना