इंदौर. भारतीय ज्योतिष और सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, शरीर पर मौजूद तिल न केवल सौंदर्य का प्रतीक होते हैं, बल्कि ये भविष्य, स्वभाव और भाग्य से भी जुड़े संकेत देते हैं। विशेष रूप से महिलाओं के कुछ खास अंगों पर बने तिल सौभाग्य, धन-वैभव और वैवाहिक सुख के प्रतीक माने गए हैं।
सामुद्रिक शास्त्र में कहा गया है कि जिन महिलाओं के शरीर पर इन पाँच स्थानों पर तिल होता है, उनसे विवाह करने वाले पुरुषों को जीवन में कभी भी धन और सुख-सुविधाओं की कमी नहीं होती।
इन पाँच अंगों पर तिल को माना गया है शुभ और भाग्यशाली:
1 नाक पर तिल
- सौभाग्य, ऐश्वर्य और भौतिक सुखों की प्रतीक
- ऐसी महिलाएं धनवान जीवनसाथी प्राप्त करती हैं
- वैवाहिक जीवन सुखमय होता है
2 होंठों के ऊपर या नीचे तिल
- विलासिता और आनंदप्रिय जीवन का संकेत
- इनका व्यक्तित्व बेहद आकर्षक होता है
- भोजन और फैशन की शौकीन होती हैं
3 कंधे पर तिल
- मेहनती, भाग्यशाली और आत्मनिर्भर
- इन्हें रानी जैसा सम्मान प्राप्त होता है
- सफलता और समृद्धि इनके जीवन में रहती है
4 छाती के दाहिने हिस्से पर तिल
- पति के लिए भी भाग्यवर्धक
- इनके सौभाग्य से पति को धन-वैभव की प्राप्ति होती है
- समर्पित और सौम्य स्वभाव की होती हैं
5 नाभि पर तिल
- संतान सुख और भौतिक समृद्धि का सूचक
- वैवाहिक जीवन में संतुलन और सफलता
- अत्यंत शुभ और ऐश्वर्यदायक चिन्ह माना गया है
* क्या कहता है सामुद्रिक शास्त्र?
सामुद्रिक शास्त्र, प्राचीन भारतीय ग्रंथ है जो मानव शरीर की संरचना के माध्यम से भाग्य और व्यक्तित्व को समझने की विद्या सिखाता है। इसमें तिल, लकीरों और शारीरिक विशेषताओं को गहराई से विश्लेषित किया गया है।