नई दिल्ली, 19 मार्च (आईएएनएस)। कर्नाटक में वर्तमान में भाजपा की सरकार है और बसवराज बोम्मई राज्य के मुख्यमंत्री हैं। राज्य में पहली बार कमल खिलाने वाले बीएस येदियुरप्पा भाजपा की निर्णय लेने वाली सबसे ताकतवर इकाई भाजपा संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं। तमाम समीकरणों को साधने का दावा करने वाली भाजपा राज्य में मिशन 150 को लेकर चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है।
ऊपरी तौर पर भाजपा में सब कुछ ठीकठाक नजर आ रहा है लेकिन प्रदेश स्तर पर नेताओं की आपसी खींचतान और अन्तर्कलह ने भाजपा को परेशान कर दिया है। प्रदेश में सरकार चला रही भाजपा इस बार 2018 के पिछले चुनाव की तरह बहुमत प्राप्त करने से चूकना नहीं चाहती है।
ऐसे में भाजपा को सबसे ज्यादा भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर है। भाजपा कर्नाटक में मोदी मैजिक के सहारे सत्ता में फिर से वापसी करना चाहती है। यही वजह है कि चुनाव की घोषणा से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राज्य के अलग-अलग हिस्सों का दौरा कर प्रदेश की जनता को करोड़ों रुपये की परियोजनाओं की सौगात दे रहे हैं।
आइए अब आपको बताते हैं कि पिछले डेढ़ महीनों के दौरान प्रधानमंत्री कितनी बार और कब-कब कर्नाटक के दौरे पर गए और उन्होंने राज्य की जनता को क्या-क्या सौगातें दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने 6 फरवरी को बेंगलुरु जाकर भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 का उद्घाटन किया। हरित ईंधन के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए ग्रीन मोबिलिटी रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। इंडियन ऑयल की अनबॉटल्ड पहल के तहत वर्दियां लॉन्च की। इसके साथ ही उन्होंने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए तुमकुरु में एचएएल हेलीकॉप्टर फैक्ट्री राष्ट्र को समर्पित किया। इसकी आधारशिला भी 2016 में प्रधानमंत्री ने ही रखी थी।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने तुमकुरु औद्योगिक टाउनशिप और तुमकुरु में दो जल जीवन मिशन परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी।
इसके अगले सप्ताह 13 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी दोबारा कर्नाटक के दोरे पर गए। इस बार उन्होंने बेंगलुरु के येलहंका में वायु सेना स्टेशन पर 14वें एयरो इंडिया 2023 का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम के जरिए कर्नाटक के युवाओं को संदेश देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कि कर्नाटक भारत की प्रौद्योगिकीय प्रगति का केंद्र है और इससे विमानन सेक्टर में युवाओं के लिये नई संभावनायें खुलेंगी। उन्होंने कर्नाटक के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा था कि वे देश को मजबूत बनाने के लिये अपनी प्रौद्योगिकीय विशेषज्ञता को रक्षा क्षेत्र में लगाएं।
फरवरी महीने में प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार 27 फरवरी को कर्नाटक के दौरे पर गए। इस बार उन्होंने कर्नाटक के शिवमोग्गा में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। शिवमोग्गा में हवाई अड्डे के उद्घाटन के साथ ही दो रेल परियोजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं बेलगावी में पीएम-किसान के तहत लगभग 16 हजार करोड़ रुपये की 13वीं किस्त की राशि जारी की और बेलगावी में ही 2,700 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और उन्हें राष्ट्र को समर्पित भी किया। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री ने पुनर्विकसित बेलगावी रेलवे स्टेशन भवन को राष्ट्र को समर्पित किया। बेलगावी में जल जीवन मिशन के तहत बहु-ग्राम योजना की छह परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
पिछले डेढ़ महीने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चौथी बार 12 मार्च को कर्नाटक के दौरे पर गए। इस दौरे के दौरान उन्होंने अलग-अलग कार्यक्रमों में कर्नाटक के मांड्या में बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे राष्ट्र को समर्पित किया, मैसूरु-कुशलनगर 4-लेन राजमार्ग का शिलान्यास किया और इसके बाद हुबली-धारवाड़ में आईआईटी धारवाड़ राष्ट्र को समर्पित किया, दुनिया में सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म श्री सिद्धारूढ़ा स्वामीजी हुबली स्टेशन एवं पुनर्विकसित होसपेटे स्टेशन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने धारवाड़ बहु-ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखते हुए हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने मांड्या और हुबली-धारवाड़ की जनता को विभिन्न अन्य परियोजनाओं की भी सौगात दी।
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी अगले सप्ताह दो बार कर्नाटक के दौरे पर जा सकते हैं। प्रधानमंत्री राज्य में भाजपा द्वारा निकाली जा रही विजय संकल्प यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 25 मार्च को कर्नाटक के दौरे पर जाने वाले हैं।
25 मार्च की अपनी कर्नाटक यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री एक बड़ी रैली को संबोधित कर भाजपा के पक्ष में चुनावी माहौल बनाने की कोशिश करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी इससे पहले 22 मार्च को भी एक सरकारी कार्यक्रम के लिए कर्नाटक के दौरे पर जा सकते हैं। उनके इस दौरे के कार्यक्रम को फिलहाल अंतिम रूप दिया जा रहा है इसलिए तारीखों में फेरबदल की संभावना बनी हुई है।
यह माना जा रहा है कि चुनाव आयोग मार्च के आखिरी सप्ताह में कर्नाटक विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है। चुनाव की आधिकारिक घोषणा होने के बाद भी भाजपा ने अपने दिग्गज नेताओं, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों की पूरी फौज को चुनाव प्रचार में उतारने की योजना बना रखी है लेकिन पार्टी को, पार्टी नेताओं को और खासतौर से पार्टी के संभावित उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के लिए सबसे ज्यादा भरोसा मोदी मैजिक पर ही है।
–आईएएनएस
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