deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home ताज़ा समाचार

रोहित टोकस: कॉमनवेल्थ मेडलिस्ट, जो युवाओं के लिए प्रेरणा बन गया

देशबन्धु by देशबन्धु
July 31, 2025
in ताज़ा समाचार
0
0
SHARES
0
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनस)। कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को मेडल दिलाने वाले मुक्केबाज रोहित टोकस की मेहनत, जज्बा और संघर्षशीलता युवाओं के लिए प्रेरणा है।

READ ALSO

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी: समूह जल प्रदाय योजनाओं को निर्धारित समय पर पूर्ण कराएं

बीजेपी को केवल चुनाव के समय ही घुसपैठियों की याद आती है: कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक

1 अगस्त 1993 को दिल्ली के मुनिरका में जन्मे रोहित टोकस टेलीविजन पर फिल्म देखते हुए बॉक्सिंग से प्यार कर बैठे। बेटे की रुचि को देखते हुए पिता ने उसे एक स्थानीय क्लब में दाखिल करवा दिया।

ADVERTISEMENT

रोहित बॉक्सिंग की बुनियादें चीजें सीखने के बाद इस खेल को छोड़ चुके थे। इस बीच छठी क्लास के सहपाठी ने रोहित को एक बाउट में हरा दिया।

इस हार ने रोहित को एक बार फिर बॉक्सिंग सीखने के लिए प्रेरित किया। बॉक्सिंग के प्रति उनका जुनून फिर से जगा गया था, उन्हें अपनी मंजिल मिल चुकी थी। तब से लेकर आज तक रोहित ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

दिल्ली स्टेट चैंपियन बनने के बाद रोहित के करियर का ग्राफ उठता गया। सब-जूनियर लेवल पर जीत के बाद रोहित साल 2010 में यूथ नेशनल्स में भी चैंपियन बन गए। साल 2011 में क्यूबा यूथ ओलंपिक में रजत पदक जीतने के बाद, उन्होंने 2012 में अपने पहले सीनियर राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता। इसके अगले साल ऑल-इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड मेडल जीता।

रोहित टोकस ने साल 2015 में किंग्स कप खेला, उसमें 60 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इसके बाद उन्होंने 64 किलोग्राम भारवर्ग में स्विच किया और साल 2016 में पहली एलीट मेंस नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रजत पदक जीत लिया।

2017 किंग्स कप और 2018 इंडिया ओपन में कांस्य पदक जीतने के बाद, रोहित ने तीसरी एलीट मेंस नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया और साल 2019 में ‘मकरान कप’ में भी ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया।

ADVERTISEMENT

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में रोहित टोकस ने 67 किलोग्राम वर्ग में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया। उन्हें सेमीफाइनल में जाम्बिया के स्टीफन जिम्बा से करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।

ADVERTISEMENT

कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने पहले मुकाबले से 10 दिन पूर्व रोहित को उसी घुटने में चोट लगी थी, जिसके चलते वह करीब दो साल रिंग से बाहर रहे थे, लेकिन उन्होंने गंभीर चोट के बावजूद हार नहीं मानी और कठिन रिहैबिलिटेशन के बाद वापसी करते हुए अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश के लिए मेडल जीता।

इस मुक्केबाज ने संदेश दिया कि हालात चाहे जैसे भी हों, अगर इच्छाशक्ति और मेहनत हो, तो हर सपना साकार किया जा सकता है। यही कारण है कि वह आज की युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं।

–आईएएनएस

आरएसजी

देशबन्धु

Related Posts

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी: समूह जल प्रदाय योजनाओं को निर्धारित समय पर पूर्ण कराएं
ताज़ा समाचार

कलेक्टर श्री सूर्यवंशी: समूह जल प्रदाय योजनाओं को निर्धारित समय पर पूर्ण कराएं

September 16, 2025
बीजेपी को केवल चुनाव के समय ही घुसपैठियों की याद आती है: कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक
ताज़ा समाचार

बीजेपी को केवल चुनाव के समय ही घुसपैठियों की याद आती है: कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक

September 16, 2025
ताज़ा समाचार

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हर क्षेत्र को कर रहा प्रभावित : सीएम पुष्कर सिंह धामी

September 16, 2025
ताज़ा समाचार

नई दिल्ली: जुआ खेलते चार लोग गिरफ्तार, कैश और ताश के पत्ते बरामद

September 16, 2025
ताज़ा समाचार

दक्षिण कोरिया अमेरिकी छापे के दौरान अपने नागरिकों संग हुए बर्ताव की करेगा समीक्षा

September 16, 2025
ताज़ा समाचार

भारत में कैंपस हायरिंग का आउटलुक बेहतर बना हुआ, 73 प्रतिशत संगठनों को व्यावसायिक वृद्धि की उम्मीद : रिपोर्ट

September 16, 2025
Next Post
‘जड्डू’ की बहन की मांग, रवींद्र जडेजा पर हो जामनगर के ‘सात रास्ता’ का नाम

'जड्डू' की बहन की मांग, रवींद्र जडेजा पर हो जामनगर के 'सात रास्ता' का नाम

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

101932
Total views : 5982267
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In