नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को इंटरपोल द्वारा अपनी रेड नोटिस सूची से भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी मेहुल चोकसी का नाम हटाए जाने के बाद केंद्र पर तीखा हमला किया।
विपक्षी नेताओं के लिए ईडी-सीबीआई लेकिन मोदीजी के मेहुलभाई को इंटरपोल से राहत मिल गई। अगर वह अपने प्रिय मित्र के लिए संसद को पंगु बना सकते हैं, तो वह एक पुराने दोस्त को मदद से कैसे मना कर सकते हैं, जिसकी उन्होंने पांच साल पहले देश से भागने में मदद की थी।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ 11,356.84 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में आरोपी मेहुल चोकसी को इंटरपोल ने अपनी रेड नोटिस सूची से हटा दिया था।
चोकसी को दिसंबर 2018 में रेड कॉर्नर नोटिस सूची में जोड़ा गया था। सूत्रों के अनुसार, भारत सरकार के अधिकारियों ने इंटरपोल के कदम पर आपत्ति जताई लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
यह केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के लिए एक झटका है, जो उसके निर्वासन की प्रतीक्षा कर रहे थे।
हालांकि मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि इससे चोकसी के एंटीगुआ से प्रत्यर्पण पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
चोकसी इस समय कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र में है और भारतीय अधिकारियों ने एंटीगुआ के अधिकारियों से उसे प्रत्यर्पित करने के लिए कहा है ताकि उस पर मुकदमा चलाया जा सके।
–आईएएनएस
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