नई दिल्ली, 13 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राज्य से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं और राज्य के हालात को लेकर विस्तार से चर्चा की। धामी ने प्रधानमंत्री के साथ सशक्त उत्तराखंड एट 25 के रोडमैप को साझा करते हुए प्रधानमंत्री को लोहाघाट स्थित मायावती आश्रम आने के लिए आमंत्रित भी किया।
मंगलवार को संसद भवन परिसर में धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात लगभग एक घंटे तक चली।
प्रधानमंत्री से मुलाकात की जानकारी देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राज्य में लंबित 44 जल विद्युत परियोजनाओं को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के स्तर पर संबंधित जल शक्ति, वन एवं पर्यावरण और ऊर्जा मंत्रालय एवं राज्य सरकार की भागीदारी वाली बैठक बुलाने का आग्रह किया।
धामी ने आगे कहा कि उन्होंने भारत नेट परियोजना के तहत गांवों को मिलने वाली सुविधाओं को भी जल्द से जल्द प्रदान करने का अनुरोध प्रधानमंत्री से किया, ताकि उत्तराखंड के गांव इंटरनेट सुविधा का लाभ उठा सके।
बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान हिम प्रहरी योजना, सीमांत गांव को लेकर वाइब्रेंट विलेज योजना और मानस खंड कॉरिडोर सहित राज्य से जुड़ी अन्य कई महत्वपूर्ण लंबित और गतिमान परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि नीति आयोग की तर्ज पर उत्तराखंड में एक संस्था के गठन का कार्य शुरू कर दिया गया है। चमोली के माणा गांव को प्रदेश का प्रथम गांव मानते हुए वहां राज्य कैबिनेट की बैठक आयोजित करना प्रस्तावित है। राज्य में ग्रीन फील्ड सिटी विकसित करने के लिए पर्वतीय एवं मैदानी जनपदों में 15 स्थलों को चिन्हित किया गया है। मिशन प्राकृतिक खेती का क्रियान्वयन 11 जिलों में शुरू किया जाना प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतमाला योजना के अंतर्गत 35 रोपवे चिन्हित किए गए हैं, जिन पर निर्धारित अवधि में कार्य शुरू और पूरा करने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है। आरसीएस के अंतर्गत 13 हैलीपोर्ट क्रियाशील हैं, जबकि राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों के लिए 19 हैलीपैड प्रस्तावित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चारधाम जैसे धार्मिक पर्यटन की तरह मानसखंड माला तैयार करने का कार्य शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत वे सभी पौराणिक धार्मिक क्षेत्र पर्यटन सर्किट से जुड़ेंगे, जो अभी तक मुख्यधारा में शामिल नहीं थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रस्तावित बाल वाटिका कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। पीएम गतिशक्ति के अंतर्गत राज्य गतिशक्ति मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा तथा हरिद्वार में कांवड यात्रा सहित अन्य धार्मिक यात्राओं के कारण राज्य में फ्लोटिंग जनसंख्या, जो लगभग प्रतिवर्ष 4-5 करोड़ होती है, के लिए न्यूनतम अवस्थापना सुविधाएं आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हालांकि ऑलवेदर रोड का कार्य राज्य में तेजी से चल रहा है, मगर सामरिक दृष्टिकोण से इसे सीमांत क्षेत्र तक बढ़ाने की जरूरत है।
धामी ने प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के निकट स्थित चौखुटिया क्षेत्र में नए एयरपोर्ट/हवाईपट्टी की स्थापना करना आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से जरूरी होगा। आपदा भूस्खलन, अतिवृष्टि वनाग्नि ग्लेशियर खिसकना आदि को ध्यान में रखते हुए एक सशक्त वेदर फोरकास्टिंग सिस्टम, डॉप्लर रडार से युक्त अवस्थापना की बेहद जरूरत है। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ लिविंग के अंतर्गत नागरिकों की आसानी के लिए 475 से अधिक सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है।
भारत-चीन सीमा पर हुई झड़प के मसले पर ओवैसी द्वारा दिए गए बयान की आलोचना करते हुए धामी ने कहा कि कुछ लोग हमेशा सेना की वीरता पर सवाल उठाते रहते हैं। ऐसे लोगों के लिए देश से बढ़कर अपनी राजनीति है, इसलिए वे ऐसे नेताओं के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे।
संसद भवन परिसर में पहुंचने पर पुष्कर सिंह धामी ने 13 दिसंबर को हुए आतंकी हमले में अपने प्राण न्योछावर करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
–आईएएनएस
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