चीन ने अपनी बढ़ती सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए, बीजिंग में आयोजित एक भव्य चीन की सैन्य परेड में उन्नत हथियारों और तकनीकों का प्रदर्शन किया. इस परेड ने दुनिया भर का ध्यान खींचा है, खासकर चीन की परमाणु क्षमताओं और हाइपरसोनिक मिसाइलों के प्रदर्शन के कारण.
प्रमुख प्रदर्शित हथियार
इस परेड में चीन ने कई अत्याधुनिक हथियार प्रणालियों का अनावरण किया, जो उसकी रक्षा क्षमताओं में एक बड़ी छलांग को दर्शाते हैं.
1. परमाणु-सक्षम मिसाइलों का “त्रय”
चीन ने पहली बार अपनी परमाणु-तैयार क्षमताओं के “त्रय” का प्रदर्शन किया, जिसमें वे मिसाइलें शामिल हैं जिन्हें समुद्र, ज़मीन और हवा से एक साथ लॉन्च किया जा सकता है. इसमें शामिल हैं:
वायु-आधारित मिसाइल: जिंगलेई-1 (Jinglei-1), जो लंबी दूरी की मिसाइल है.
पनडुब्बी से प्रक्षेपित मिसाइल: जुलांग-3 (Julang-3), एक अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल.
भूमि-आधारित मिसाइलें: डोंगफेंग-61 (DF-61) और डोंगफेंग-31 (DF-31).
इसके अतिरिक्त, डोंगफेंग-5सी (DF-5C) मिसाइल भी प्रदर्शित की गई, जो कई स्वतंत्र वारहेड ले जाने में सक्षम है.
2. हाइपरसोनिक और क्रूज़ मिसाइलें
परेड में हाइपरसोनिक एंटी-शिप मिसाइलों का प्रदर्शन भी किया गया, जिनका चीन ने पहले अमेरिकी विमानवाहक पोतों के नकली लक्ष्यों के खिलाफ परीक्षण किया था. इनमें यिंगजी-19, यिंगजी-17 और यिंगजी-20 शामिल हैं. अन्य प्रमुख मिसाइलों में चांगजियान-20ए और डोंगफेंग-17 जैसी हाइपरसोनिक मिसाइलें शामिल थीं.
3. लेज़र हथियार और ड्रोन-रोधी प्रणाली
चीन ने ड्रोन हमलों से बचाव के लिए विकसित की गई अपनी लेज़र हथियार प्रणाली का भी प्रदर्शन किया. इसमें एक मिसाइल गन, उच्च-ऊर्जा लेज़र हथियार और उच्च-शक्ति वाले माइक्रोवेव हथियार शामिल थे, जिन्हें ड्रोन-रोधी प्रणालियों की “त्रयी” कहा गया है.
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4. उन्नत ड्रोन
चीन ने ऐसे ड्रोन भी प्रदर्शित किए जो पानी के नीचे और हवा में काम कर सकते हैं. इनमें टोही और हमले दोनों तरह के ड्रोन शामिल थे, साथ ही जहाजों से लॉन्च किए जाने वाले मानव रहित हेलीकॉप्टर भी प्रदर्शित किए गए.