तेहरान, 10 सितंबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के साथ हुए समझौते के कुछ घंटों बाद ही ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने उस शर्त का उल्लेख किया जो उन्होंने आईएईए के सामने रखी है।
ईरानी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने अराघची के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि अगर तेहरान के विरुद्ध कोई भी शत्रुतापूर्ण कदम उठाया जाता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को बहाल करने के लिए तथाकथित स्नैपबैक मैकेनिज्म भी शामिल है, तो ईरान और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बीच हुआ ये नया समझौता रद्द कर दिया जाएगा।
एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ ईरान के नए सहयोग ढांचे में “ईरान में सभी सुविधाएं और संयंत्र” शामिल हैं। लेकिन ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र निगरानी संस्था के दावे के बावजूद निरीक्षकों पर परमाणु स्थलों पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
अराघची ने कहा कि नया समझौता आईएईए निरीक्षकों को बुशहर परमाणु संयंत्र में फ्यूल रिप्लेसमेंट प्रक्रिया की निगरानी के अलावा किसी भी प्रकार का एक्सेस प्रदान नहीं करता है।
ईरान और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने मंगलवार को काहिरा में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे सहयोग को फिर से शुरू करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। ये समझौता जून में ईरान के परमाणु संयंत्रों पर इजरायल और अमेरिका की संयुक्त एयर स्ट्राइक के बाद स्थगित कर दिया गया था।
अराघची ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि नए समझौते का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि 12 दिन तक चले युद्ध के बाद की स्थितियों पर गौर किया गया। ये ईरानी संसद और सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एसएनएससी) की ओर से उठाए गए कदमों को स्वीकार करता है।
उन्होंने आगे कहा कि आईएईए ने माना कि इजरायली-अमेरिकी आक्रमण के बाद ईरान की सुरक्षा संबंधी चिंताएं जायज हैं।
अराघची ने कहा कि नया दस्तावेज तब तक मान्य रहेगा जब तक ईरान के विरुद्ध कोई ‘शत्रुतापूर्ण कार्रवाई’ नहीं की जाती। उन्होंने ‘स्नैपबैक मैकेनिज्म’ का जिक्र किया। बोले, “उदाहरण के लिए, यदि ‘स्नैपबैक मैकेनिज्म’ के रूप में जाना जाने वाला तंत्र सक्रिय हो जाता है, तो इस डील को निश्चित रूप से सस्पेंड कर दिया जाएगा।”
–आईएएनएस
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