गुढ़. औषधि निरीक्षक राधेश्याम बट्टी और रेशु ठाकुर की संयुक्त टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान नगर परिषद प्रदेश द्वार के पास गुढ़ में संचालित देव मेडिकल स्टोर पर दर्जनों खामियां मिलने पर दुकान को सील कर दिया गया। निरीक्षण में पाया गया कि दुकान पर फिजिशियन सैंपल (नॉट फॉर सेल) दवाइयों के साथ-साथ संभावित नकली और घटिया दवाओं का स्टॉक रखा गया था।
इसके अलावा प्रतिबंधित दवाओं की खरीद-बिक्री का लेखा-जोखा रजिस्टर नहीं मिला और न ही दुकान में कोई क्वालिफाइड फार्मासिस्ट मौजूद था। दुकान में एक्सपायरी दवाओं को रखने का भी कोई निर्धारित स्थान नहीं पाया गया। साथ ही दुकान के बाहर लाइसेंस क्रमांक, उसकी वैधता और फार्मासिस्ट का नाम भी प्रदर्शित नहीं किया गया था और पूरे परिसर में गंदगी का अंबार पाया गया।
दुकान की आड़ में कथित डॉक्टर बंगाली श्रीकांत मंडल बिना किसी डिग्री और योग्यता के लोगों का इलाज करते पाया गया, जो पूरी तरह अवैध है। ज्ञात हो कि श्रीकांत मंडल वर्ष 2015 में फर्जी डिग्री से इलाज करने पर धारा 420 के तहत जेल जा चुका है।
इसके बाद भी उसने झोलाछाप डॉक्टरी जारी रखी और वर्ष 2021 में बिना डिग्री व लाइसेंस क्लिनिक संचालित करने एवं दवा रखने के मामले में धारा 336 के तहत प्रकरण दर्ज हुआ था, जो अभी न्यायालय में लंबित है।
लोगों की शिकायतों और बढ़ते विरोध के बाद प्रशासन ने आखिरकार कार्रवाई करते हुए दुकान को सील किया। अब जल्द ही दुकान का लाइसेंस निरस्तीकरण किया जाएगा और फर्जी डॉक्टर को एक बार फिर जेल की हवा खाना पड़ेगा। प्रशासन की इस कार्रवाई से लोगों को नकली दवाइयों और झोलाछाप डॉक्टरी से राहत मिलने की उम्मीद जगी है।