नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है, जिससे वहां के हालत बिगड़ गए हैं। इस बीच पंजाब के लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पत्र पोस्ट कर कहा कि उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण वार्षिक आयकर रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि मुझे चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सचिवों, करदाताओं और व्यावसायिक संघों से कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं, जिनमें राज्य में आई अभूतपूर्व बाढ़ के कारण पंजाब भर में उनके सामने आ रही गंभीर कठिनाइयों पर प्रकाश डाला गया है।
अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने पत्र में लिखा कि बाढ़ के कारण प्रतिष्ठानों और वित्तीय अभिलेखों को भारी नुकसान हुआ है, बिजली और इंटरनेट सेवाएं बाधित हुई हैं और लोगों का भारी विस्थापन हुआ है। इन असाधारण परिस्थितियों में आयकर रिटर्न, कर लेखा परीक्षा रिपोर्ट और संबंधित एमसीए अनुपालन दाखिल करने की वैधानिक नियत तिथियों का पालन करना बेहद मुश्किल हो गया है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आकलन वर्ष 2025-26 (ऑडिट और गैर-ऑडिट दोनों मामलों) के लिए आईटीआर दाखिल करने की नियत तिथियों का विस्तार किया जाए।
पत्र में आगे यह भी कहा गया है कि धारा 44एबी के अंतर्गत कर लेखा परीक्षा रिपोर्ट की नियत तिथियों का विस्तार हो, प्राकृतिक आपदा के कारण विलंबित फाइलिंग पर ब्याज और जुर्माने से राहत मिले। स्थगित वार्षिक आम बैठकों के मद्देनजर एमसीए से संबंधित फाइलिंग की समय सीमा का विस्तार हो और स्थिति की गंभीरता और पंजाब के बाढ़ प्रभावित जिलों में करदाताओं को हो रही वास्तविक कठिनाई को देखते हुए मैं आपसे इस मामले पर गंभीरता से विचार करने और जल्द से जल्द आवश्यक राहत प्रदान करने का अनुरोध करता हूं।
बता दें कि इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 15 सितंबर है।
–आईएएनएस
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