deshbandhu

deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
deshbandu_logo
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Menu
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर
Facebook Twitter Youtube
  • भोपाल
  • इंदौर
  • उज्जैन
  • ग्वालियर
  • जबलपुर
  • रीवा
  • चंबल
  • नर्मदापुरम
  • शहडोल
  • सागर
  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
ADVERTISEMENT
Home खेल

13 सितंबर : वो ऐतिहासिक दिन, जब विश्वनाथन आनंद ने जीता पहला फिडे शतरंज विश्व कप

देशबन्धु by देशबन्धु
September 12, 2025
in खेल
0
13 सितंबर : वो ऐतिहासिक दिन, जब विश्वनाथन आनंद ने जीता पहला फिडे शतरंज विश्व कप
0
SHARES
3
VIEWS
Share on FacebookShare on Whatsapp
ADVERTISEMENT

नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। भारतीय खेल जगत के लिए ’13 सितंबर’ का दिन बेहद खास है। साल 2000 में इसी दिन भारत के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद ने अपना पहला फिडे शतरंज विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया था।

READ ALSO

विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप : मीनाक्षी ने भारत के लिए चौथा पदक पक्का किया

एशिया कप : पाकिस्तान ने टॉस जीतकर लिया ओमान के खिलाफ बल्लेबाजी का फैसला, ऐसी हैं दोनों प्लेइंग-11

चीन के शेनयांग में फिडे विश्व कप 2000 का आयोजन किया गया। यह 24 खिलाड़ियों का टूर्नामेंट था। 13 सितंबर को खिताबी मुकाबला खेला गया, जिसमें आनंद ने स्पेन के अलेक्सी शिरोव को शिकस्त देते हुए इतिहास रच दिया।

ADVERTISEMENT

विश्वनाथन आनंद ने फाइनल में अलेक्सी शिरोव को हराकर खिताब और 50,000 डॉलर का नकद पुरस्कार जीता।

इस जीत ने न केवल विश्वनाथन आनंद की अंतरराष्ट्रीय पहचान को मजबूत किया, बल्कि भारत में शतरंज की लोकप्रियता को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। ‘चेस टाइगर’ विश्वनाथन आनंद की यह उपलब्धि उनके करियर का स्वर्णिम अध्याय मानी जाती है।

11 दिसंबर 1969 को मयिलादुथुराई में जन्मे विश्वनाथन आनंद को शतरंज विरासत में मिला था। आनंद की मां सुशीला शतरंज की बेहतरीन खिलाड़ी थीं। आनंद के बड़े भाई-बहन मां के साथ शतरंज खेला करते थे। परिवार में शतरंज का माहौल था, जिसने आनंद को भी आकर्षित किया।

इस बीच आनंद के पिता विश्वनाथन कृष्णमूर्ति को फिलीपींस में जॉब का ऑफर मिला। महज 8 साल की उम्र में आनंद भी मनीला पहुंच गए, जहां उन्होंने शतरंज सीखना शुरू किया। आनंद ने जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतरंज खेलना शुरू किया, उस समय इस खेल में रूस और यूरोपियन खिलाड़ियों का दबदबा था। साल 1987 में वह जूनियर वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले एशियन बने।

साल 2000, 2007, 2008, 2010 और 2012 में विश्व चैंपियन बनकर विश्वनाथन आनंद ने इस खेल में अपनी बादशाहत कायम की। वह 21 महीनों तक वर्ल्ड नंबर-1 रहे। विश्वनाथन आनंद ने साल 1997, 1998, 2003, 2004, 2007 और 2008 में शतरंज ऑस्कर जीता।

ADVERTISEMENT

आनंद को साल 1985 में ‘अर्जुन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। साल 1988 में आनंद भारत के पहले ग्रैंडमास्टर बने। उसी साल उन्हें ‘पद्मश्री अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। उस वक्त वह सिर्फ 18 साल के थे।

ADVERTISEMENT

साल 2001 में आनंद को ‘पद्म भूषण’ सम्मान मिला, जबकि साल 2008 में उन्हें ‘पद्म विभूषण’ से नवाजा गया।

–आईएएनएस

आरएसजी/एएस

देशबन्धु

Related Posts

विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप : मीनाक्षी ने भारत के लिए चौथा पदक पक्का किया
खेल

विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप : मीनाक्षी ने भारत के लिए चौथा पदक पक्का किया

September 12, 2025
एशिया कप : पाकिस्तान ने टॉस जीतकर लिया ओमान के खिलाफ बल्लेबाजी का फैसला, ऐसी हैं दोनों प्लेइंग-11
खेल

एशिया कप : पाकिस्तान ने टॉस जीतकर लिया ओमान के खिलाफ बल्लेबाजी का फैसला, ऐसी हैं दोनों प्लेइंग-11

September 12, 2025
भारत-पाकिस्तान मुकाबले में मानसिक दबाव दोनों टीमों पर होगा : चंचल भट्टाचार्य
खेल

भारत-पाकिस्तान मुकाबले में मानसिक दबाव दोनों टीमों पर होगा : चंचल भट्टाचार्य

September 12, 2025
हांगकांग ओपन : सात्विक-चिराग की जोड़ी सेमीफाइनल में पहुंची
खेल

हांगकांग ओपन : सात्विक-चिराग की जोड़ी सेमीफाइनल में पहुंची

September 12, 2025
खेल

विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप : नीरज चोपड़ा टोक्यो में खिताब बचाने उतरेंगे

September 12, 2025
‘प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया’ को सफल बनाने की कोशिश जारी : कपिल देव
खेल

‘प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया’ को सफल बनाने की कोशिश जारी : कपिल देव

September 12, 2025
Next Post
जय भानुशाली ने शेयर की अपने पहले पोर्टफोलियो की झलक, बोले- ‘जवान और सपनों से भरा था मैं’

जय भानुशाली ने शेयर की अपने पहले पोर्टफोलियो की झलक, बोले- 'जवान और सपनों से भरा था मैं'

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ADVERTISEMENT

Contact us

Address

Deshbandhu Complex, Naudra Bridge Jabalpur 482001

Mail

deshbandhump@gmail.com

Mobile

9425156056

Important links

  • राशि-भविष्य
  • वर्गीकृत विज्ञापन
  • लाइफ स्टाइल
  • मनोरंजन
  • ब्लॉग

Important links

  • देशबन्धु जनमत
  • पाठक प्रतिक्रियाएं
  • हमें जानें
  • विज्ञापन दरें
  • ई पेपर

Related Links

  • Mayaram Surjan
  • Swayamsiddha
  • Deshbandhu

Social Links

099112
Total views : 5975059
Powered By WPS Visitor Counter

Published by Abhas Surjan on behalf of Patrakar Prakashan Pvt.Ltd., Deshbandhu Complex, Naudra Bridge, Jabalpur – 482001 |T:+91 761 4006577 |M: +91 9425156056 Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions The contents of this website is for reading only. Any unauthorised attempt to temper / edit / change the contents of this website comes under cyber crime and is punishable.

Copyright @ 2022 Deshbandhu. All rights are reserved.

  • Disclaimer, Privacy Policy & Other Terms & Conditions
No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • अंतरराष्ट्रीय
  • लाइफ स्टाइल
  • अर्थजगत
  • मनोरंजन
  • खेल
  • अभिमत
  • धर्म
  • विचार
  • ई पेपर

Copyright @ 2022 Deshbandhu-MP All rights are reserved.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In