जयपुर, 15 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को वक्फ संशोधन कानून को आम मुस्लिमों के लिए हितकारी बताया। उन्होंने कहा कि यह बिल लाया ही इसलिए गया था, ताकि आम मुस्लिमों के हितों को सुरक्षित किया जा सके। उनके हितों पर किसी भी प्रकार का कुठाराघात नहीं हो।
उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वक्फ की संपत्ति जिस तरह से चंद मुस्लिमों के हाथ में है, उसे देखते हुए यह कानून निश्चित तौर पर आम मुस्लिमों के लिए काफी लाभकारी साबित होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग इस कानून को आम मुस्लिमों के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं, लेकिन इस बात में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है। यह बिल आम मुस्लिमों के नुकसान के लिए नहीं, बल्कि फायदे के लिए है। इससे उन्हें निश्चित तौर पर फायदा पहुंचेगा। लेकिन, कुछ लोग अपने राजनीतिक फायदे के लिए भ्रम फैला रहे हैं।
रामदास आठवले ने कहा कि यह बिल अब संसद के दोनों सदनों से पास हो चुका है। कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में इस पर स्टे लगाने की कोशिश की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने स्टे लगाने से इनकार कर दिया था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने बिल में मौजूद कुछ बिंदुओं पर रिव्यू करने का निर्देश दिया है। आगामी दिनों में केंद्र सरकार इसे लेकर कुछ फैसला लेगी, जिसे जल्द ही जमीन पर उतारा जाएगा। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू इस पर फैसला लेंगे।
इसके अलावा उन्होंने वोट चोरी को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि मैं समझता हूं कि इस पूरे मामले में प्रधानमंत्री को टारगेट करना किसी भी मायने में उचित नहीं है, क्योंकि केंद्र सरकार और चुनाव आयोग का आपस में कोई संबंध नहीं है। चुनाव एक स्वतंत्र संस्था है। उनके काम में हस्तक्षेप करना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर वोट चोरी हो रही थी, तो ऐसी स्थिति में यह सवाल उठना लाजिमी है कि कांग्रेस इतने सालों तक सत्ता में क्या कर रही थी? इलेक्शन कमीशन ने एक दिशा निर्देश किया है। इस वजह से यह लोग डर गए हैं। एक आदमी का अगर दो जगह पर नाम है, या किसी की मृत्यु हुई है, तो उसका नाम हट जाएगा। लोकतंत्र में वोट का अधिकार अहम होता है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि सिर्फ एक वोट की वजह से अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार नहीं बन पाई थी। ऐसी स्थिति में लोकतंत्र में वोट के मूल्य को जानना चाहिए। एक वोट की कितनी कीमत होती है, उसके बारे में हम सभी को पता होना चाहिए।
आठवले ने भारत-पाकिस्तान के मैच को लेकर कहा कि शिवसेना (यूबीटी) ने कहा था कि हम विरोध प्रदर्शन करेंगे, लेकिन भारत-पाकिस्तान का मैच हुआ और टीम इंडिया ने पाक को हार का स्वाद चखाया। जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तानी आतंकियों को परास्त किया था, ठीक उसी प्रकार से टीम इंडिया ने पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को हार का स्वाद चखाया।
–आईएएनएस
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