नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)। नवयुग स्कूल एजुकेशन सोसाइटी (एनएसईएस) द्वारा संचालित प्रतिष्ठित नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर में छठी कक्षा में प्रवेश के लिए अब फिर से एडमिशन टेस्ट लिया जाएगा। मेरिट आधारित एडमिशन के लिए यह प्रवेश परीक्षा पूर्णत: पारदर्शी तरीके से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (नॉट) लेगी। नवयुग की अन्य सभी 10 शाखाओं में और नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर की प्राथमिक कक्षाओं में प्रवेश के लिए यह बदलाव लागू नहीं होगा और प्रवेश पूर्व की भांति होता रहेगा।
गौरतलब है कि नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर का 50 वर्षों का स्वर्णिम इतिहास रहा है। अनेक आधुनिक सुविधाओं से सम्पन्न गुरुकुल परम्परा का संवाहक बालकेन्द्रित शिक्षा के पुरोधा इस विद्यालय के पूर्व विद्यार्थी देश और दुनिया में अपनी प्रतिभा और सफलता का परचम लहरा रहे हैं।
इनमें अनेक आईएएस, आईपीएस, आईआरएस, विविध सेनाओं के उच्च अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर, टेक्नो प्रोफेशनल, चार्टर्ड अकाउंटेंट, न्यायिक सेवाओं, राजनीतिज्ञ, शिक्षक एवं उद्योगपति सहित अनेक क्षेत्रों में सेवारत हैं। भारत सरकार में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल, महानिदेशक बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ले. ज. राजीव चौधरी, डी जी पी बेंगलुरू, कमल पंत, डी.जी.पी. कर्नाटक प्रवीण सूद चेन्नई के पुलिस कमिश्नर शंकर जिवाल उड़ीसा के प्रमुख सचिव सुरेश वशिष्ठ, सहित अनेक अभय उच्च प्रतिष्ठित छात्र-छात्राएं इन नामों में शामिल हैं।
एनडीएमसी के शिक्षा विभाग के अनुसार नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर अपनी स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहा है। विदित हो कि नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर वर्ष 1973 में मेधावी बच्चों के लिए खोला गया था, जहां पर छठी कक्षा में प्रवेश के लिए एनसीईआरटी, यूपीएससी के हॉल में टेस्ट लेती थी। बाद में इस स्कूल में प्राइमरी शाखा खुलने और कुछ तकनीकि कारणों से प्रवेश परीक्षा बंद हो गई थी। वर्ष 2002 में अंतिम बार एडमिशन टेस्ट हुआ था।
पिछले अनेक वर्षों से विद्यालय प्रशासन और पूर्व छात्रों की ओर से यह मांग उठती रही कि नवयुग स्कूल, सरोजिनी नगर शाखा को पुन: विशेष दर्जा देते हुए एडमिशन मेरिट के आधार पर हो, इस मांग पर एनएसईएस जनरल बॉडी मीटिंग में विचार किया गया और मंजूरी दी गयी।
–आईएएनएस
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