मुंबई. बॉलीवुड सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य ने लोखंडवाला दुर्गोत्सव की शुरुआत 1996 में की थी। अब यह मुंबई के सबसे बड़े दुर्गा पंडालों में से एक बन गया है। इस उत्सव को 30 साल पूरे होने जा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि उन्होंने लोखंडवाला दुर्गोत्सव की शुरुआत क्यों की थी।
अभिजीत भट्टाचार्य ने आईएएनएस से खास बातचीत में बताया कि यह उत्सव परंपरा, कलात्मकता और उदारता को उस पैमाने पर एक साथ लाता है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। लोखंडवाला दुर्गोत्सव के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाना मेरे लिए बेहद गर्व और कृतज्ञता का क्षण है।
उन्होंने बताया कि 1996 में मुंबई के सबसे बड़े दुर्गा पूजा पंडालों में से एक लोखंडवाला दुर्गोत्सव आज भव्य उत्सव बन गया है जो परंपरा, कलात्मकता और उदारता को उस पैमाने पर एक साथ लाता है, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।
लोखंडवाला दुर्गोत्सव का 30वां संस्करण इस साल 27 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा। यह उत्सव लंबे समय से देशभर और विदेशों से भक्तों को आकर्षित करने के लिए जाना जाता है। इस पंडाल में कोलकाता के बेहतरीन व्यंजनों का भी लुत्फ उठाने का मौका मिलता है।
अभिजीत ने कहा, “हर साल इतने सारे भक्तों, प्रशंसकों और बॉलीवुड मित्रों का स्वागत करना मुझे याद दिलाता है कि हमने इसकी शुरुआत मुंबई के हृदय में अपनी समृद्ध बंगाली विरासत को जीवित रखने के लिए की थी।
वर्षों से दुर्गोत्सव ने लोगों को एकजुट करने और बंगाल के सार को मुंबई की ऊर्जा के साथ मिलाने की एक अनूठी विरासत का निर्माण किया है। इस उत्सव को मिलने वाले लोगों के प्यार और ऊर्जा से मैं बेहद अभिभूत हूं। ढाक, धुनुची और भक्ति के 30 और साल इसी तरह जारी रहें।”
बिग बॉस 19: नीलम गिरी ने टास्क के दौरान छिपाए गोल्डन बिस्किट, पुरुष कंटेस्टेंट्स ने लगाई फटकार
अभिजीत भट्टाचार्य 90 के दशक के मशहूर सिंगर हैं। उन्होंने हिंदी, बंगाली, मराठी, नेपाली, तमिल, भोजपुरी, पंजाबी और उड़िया भाषाओं में सैकड़ों गाने गाए हैं। एक समय में उन्हें अभिनेता शाहरुख खान की आवाज माना जाता था।