पिपरिया. अयोध्या बस्ती को जोड़ते पासा नदी पर बन रहे पुल का निर्माण कछुआ की चाल साबित हो रहा है. उस पर ठेकेदार नदी का बजरा और मिट्टी का भी भरपूर दोहन कर रहा है. निर्माण कार्य में चल रहे इस खेल से नगरपालिका अनजान है.
अंडर ब्रिज से राइखेड़ी ग्राम को जाने वाले मार्ग से अयोध्या बस्ती तक पुल का निर्माण किया जा रहा है. ये पुल शहर से सटकर बह रही पासा नदी पर बन रहा है. 88.59 लाख रुपए की लागत से बन रहे पुल का निर्माण आरके इलेक्ट्रिस, बैतूल द्वारा किया जा रहा है. फरवरी 2023 से शुरू हुआ कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ. कछुआ की चाल से हो रहे पुल के निर्माण में ठेकेदार पासा नदी के बजरे और मिट्टी का उपयोग बेधड़क कर रहा है.
इस बात की खबर नपा और प्रशासन को भी नहीं है. नदियों से खनन पर रोक के बावजूद अवैध तरीके से मिट्टी और बजरा उठाया जा रहा है. जिसके लिए बाकायदा जेसीबी का भी उपयोग किया जा रहा है. 24.2 मीटर लंबाई, 6.2 मीटर चौड़ाई वाले पुल का कार्य कब तक पूरा होगा ये कहना अभी मुश्किल है. अयोध्या बस्ती के बाशिन्दों को शहर आने-जाने के लिए वर्षों से नदी या फिर रेलवे लाइन का उपयोग करना पड़ रहा है.
पुल निर्माण में अवैध तरीके से किये जा रहे खनन को लेकर निर्माण कंपनी के ठेकेदार राजेन्द्र उमरे को कई मर्तबा दूरभाष पर सम्पर्क किया लेकिन ठेकेदार द्वारा फोन नहीं उठाया गया.
इनका कहना है
नदी से अवैध खनन की जानकारी मुझे नहीं है. मैं पता करता हूं. जांच कराई जाएगी.
आरपी नायक
सीएमओ, नगरपालिका पिपरिया.