जबलपुर. मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में कानून व्यवस्था को लेकर उस वक्त हंगामा मच गया, जब वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व महापौर प्रभात साहू पर एक पुलिसकर्मी द्वारा हमला किए जाने का मामला सामने आया. यह घटना बल्देवबाग के पास रानीताल चौराहे की है, जहां प्रभात साहू स्कूटर से एक जन्मदिन समारोह में जा रहे थे.
बताया जा रहा है कि यातायात पुलिसकर्मी कृष्ण कुमार पाल ने उन्हें हेलमेट चेकिंग के नाम पर रोका. साहू के अनुसार, जब उन्होंने पुलिसकर्मी से बात करने की कोशिश की, तो वह बदतमीजी पर उतर आया और बात-बात में गुस्से में आकर अपने वॉकी-टॉकी से उनके सिर पर हमला कर दिया. इस हमले से साहू घायल हो गए और मौके पर भीड़ इकट्ठी हो गई.
तत्काल निलंबन व जांच के आदेश
घटना की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर पुलिस अधीक्षक (SP) संपत उपाध्याय ने आरोपी पुलिसकर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही, मामले की विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं.
पुलिस पर वसूली के आरोप
पूर्व महापौर साहू ने आरोप लगाया कि शहर में हेलमेट चेकिंग के नाम पर व्यवस्थित वसूली अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि “पुलिस का ध्यान यातायात सुधारने पर नहीं, बल्कि चालान और वसूली के बहाने पैसे कमाने पर है.” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस कर्मियों का व्यवहार जनता और जनप्रतिनिधियों के प्रति लगातार अभद्र और अपमानजनक होता जा रहा है.
पहले भी हो चुकी है अभद्रता
गौरतलब है कि पूर्व में भी प्रभात साहू के साथ मदनमहल थाना प्रभारी द्वारा कथित बदसलूकी और धक्का-मुक्की की शिकायत सामने आ चुकी है. इस ताजा घटना ने एक बार फिर पुलिसिया रवैये पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.
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जनता में आक्रोश, प्रशासन पर दबाव
घटना के बाद शहर में राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में नाराजगी देखी गई. कई नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिसकर्मी पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. अब देखना यह है कि जांच के बाद इस मामले में और कौन-कौन जवाबदेही में आता है.