गांधीनगर, 19 सितंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भावनगर में आयोजित ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। देश की विकास यात्रा को समुद्र से समृद्धि की दिशा में ले जाने के लिए प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम के दौरान भारत सरकार के पोर्ट्स, शिपिंग तथा वॉटरवेज (बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग) मंत्रालय अंतर्गत 66,025 करोड़ रुपए के एमओयूस का रिमोट बटन दबाकर लोकार्पण करेंगे, जिनमें बंदरगाहों व शिपिंग से संबंधित 21 एमओयू शामिल हैं।
इसके साथ ही, पीएम मोदी पोर्ट्स, शिपिंग तथा वॉटरवेज मंत्रालय अंतर्गत देश के प्रमुख बंदरगाहों के विकास के लिए 7,870 करोड़ रुपए के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे।
प्रधानमंत्री भावनगर में सुबह लगभग 10:30 बजे ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में भाग लेंगे और 34,200 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर वे उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।
इसके बाद, प्रधानमंत्री धोलेरा का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। दोपहर लगभग 1:30 बजे, वे एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे और लोथल स्थित राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री गुजरात की जनता को भी अनेक विकास कार्यों की भेंट देंगे। वे भारत सरकार व गुजरात सरकार के विभिन्न विभागों के तहत राज्य की जनता के लिए 26,354 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास भी करेंगे। इस प्रकार पीएम मोदी कुल मिलाकर 1 लाख करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के विकास कार्यों की भारत की जनता को भेंट देंगे। इस कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तथा भारत सरकार के बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग विभाग के मंत्री सर्बानंद सोनोवाल भी उपस्थित रहेंगे।
भावनगर में आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी गुजरात सरकार के विभिन्न विभागों के तहत 2,500 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास करने जा रहे हैं। इन विभागों में ऊर्जा एवं पेट्रोरसायन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सड़क एवं भवन, शहरी विकास, जल संसाधन एवं जल आपूर्ति तथा मत्स्योद्योग (कृषि) विभाग शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी 20 सितंबर को भावनगर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में गुजरात की जनता को 26,354 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की भेंट देने जा रहे हैं, जिनमें भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के तहत 23,830 करोड़ रुपए के तथा गुजरात सरकार के विभिन्न विभागों के अंतर्गत 2,524 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया जाएगा।
भारत सरकार के मंत्रालयों के अधीनस्थ आने वाले कुछ महत्वपूर्ण विकास कार्यों में पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्रालय अंतर्गत 4,700 करोड़ रुपए की लागत से छारा बंदरगाह पर निर्मित एचपीएलएनजी एलएनजी रीगैसिफिकेशन टर्मिनल का तथा 5,894 करोड़ रुपए की लागत से वडोदरा स्थित गुजरात रिफाइनरी में निर्मित इंडियन ऑयल के एक्रेलिक/ऑक्सो-अल्कोहल प्रोजेक्ट का लोकार्पण एवं न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी मंत्रालय अंतर्गत 1,500 करोड़ रुपए की लागत से सुरेंद्रनगर में निर्मित 280 मेगावाट सोलर प्रोजेक्ट का और 1,660 करोड़ रुपए की लागत से गुजरात के 17 जिलों अमरेली, अहमदाबाद, बनासकांठा, भावनगर, जामनगर, जूनागढ़, कच्छ, मेहसाणा, पोरबंदर, राजकोट, साबरकांठा, सुरेंद्रनगर, अरवल्ली, मोरबी, देवभूमि द्वारका, गीर सोमनाथ तथा बोटाद में पीएम कुसुम योजना अंतर्गत 475 मेगावाट के लगभग 172 डिसेंट्रलाइज्ड सोलर पावर प्लांट्स का लोकार्पण शामिल है।
इसके अतिरिक्त, वे कोयला मंत्रालय अंतर्गत करोड़ों रुपए की लागत वाले विभिन्न विंड एवं सोलर पावर प्रोजेक्ट्स तथा सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय अंतर्गत विभिन्न सड़क-मार्गों के प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे।
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन) यानी यूएनडब्लूटीओ द्वारा ‘बेस्ट टूरिज्म विलेज’ के रूप में प्रतिष्ठित कच्छ के धोरडो गांव का 100 प्रतिशत सोलराइजेशन किया गया है। प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना अंतर्गत धोरडो गांव के 100 प्रतिशत आवासीय उद्देश्य वाले बिजली कनेक्शनों का सोलराइजेशन किया गया है, जिससे सोलर रूफटॉप की राज्य की क्षमता में वृद्धि होगी तथा धोरडो के आवासीय घर अपनी खुद की बिजली उत्पन्न करने में सक्षम बनेंगे। प्रधानमंत्री मोदी सौर ऊर्जा संचालित धोरडो गांव का भी लोकार्पण करेंगे।
समुद्री क्षेत्र को एक बड़े प्रोत्साहन के रूप में प्रधानमंत्री 7,870 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली समुद्री क्षेत्र से संबंधित अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वे इंदिरा डॉक पर मुंबई अंतर्राष्ट्रीय क्रूज टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे। वे श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह, कोलकाता में एक नए कंटेनर टर्मिनल और संबंधित सुविधाओं, पारादीप बंदरगाह पर नए कंटेनर बर्थ, कार्गो हैंडलिंग सुविधाओं और संबंधित विकास कार्यों, टूना टेकरा मल्टी-कार्गो टर्मिनल, कामराजर बंदरगाह, एन्नोर में अग्निशमन सुविधाओं और आधुनिक सड़क संपर्क, चेन्नई बंदरगाह पर समुद्री दीवारों और रिवेटमेंट सहित तटीय सुरक्षा कार्यों, कार निकोबार द्वीप पर समुद्री दीवार निर्माण, दीनदयाल बंदरगाह, कांडला में एक बहुउद्देश्यीय कार्गो बर्थ और ग्रीन बायो-मेथनॉल संयंत्र और पटना और वाराणसी में जहाज मरम्मत सुविधाओं की आधारशिला रखेंगे।
–आईएएनएस
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